सीकर. राजस्थान के सीकर जिले में मंगलवार को कोरोना ने फिर शतक जड़ते हुए 101 नए लोगों को अपनी जद में लिया। जिनमें सबसे ज्यादा 50 मरीज सीकर शहर से मिले। इसी के साथ सीकर जिले में कुल कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 5 हजार 572 हो गई। वहीं, 64 पूर्व संक्रमित मरीज स्वस्थ होने पर रिकवरी भी 83.60 फीसदी की दर से 4 हजार 658 हो गई। मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डा. अजय चौधरी ने बताया कि मंगलवार को मिले कोरोना मरीजों का उपचार शुरू कर दिया गया है। प्रभावित इलाकों में सर्वे, सैंपलिंग व सेनिटाइजेशन की गतिविधी भी की गई है। उन्होंने बताया कि जिले में अब कुल 867 कोरोना मरीज है। जिनका सांवली स्थित कोविड सेंटर के अलावा विभिन्न जगहों पर इलाज चल रहा है।
सीकर शहर में मिले 50 पॉजिटिवमुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डा. अजय चौधरी ने बताया कि जिले में मंगलवार को सबसे ज्यादा 50 मरीज सीकर शहर से मिले। इसके अलावा फतेहपुर ब्लॉक से 17, लक्ष्मणगढ़ से 13, पिपराली से 11, श्रीमाधोपुर से पांच, दांतारामगढ़ से 3 तथा खण्डेला व कूदन ब्लॉक से एक- एक कोरोना मरीज सामने आए। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंगलवार को 425 नए सैंपल भी कोरोना जांच के लिए लिए गए हैं। इससे पहले तक विभाग 97 हजार 485 सैम्पलों की जांच कर चुका है। जिनमें से 90 हजार 693 की रिपोर्ट निगेटिव प्राप्त हुई है।
शिकायत के बाद कोविड सेंटर पहुंचे कलेक्टरइधर, सांवली स्थित जिले के एकमात्र कोविड सेंटर की अव्यवस्थाओं की लगातार शिकायतों के बाद जिला कलक्टर ने मंगलवार को प्रशासनिक और स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ निरीक्षण किया। कलक्टर ने कोविड सेंटर में मरीजों के उपचार और भोजन की गुणवत्ता सहित अन्य सुविधाओं को जांचा। कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों से बातचीत कर हकीकत जानी। उन्होंने भर्ती मरीजों को किसी भी प्रकार की समस्या होने पर अधिकारियों को तत्काल समाधान के निर्देश दिए। सेंटर में सेंट्रल आक्सीजन पाइप लाइन लगवाने के लिए टेंडर करने के निर्देश भी दिए। गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने लगातार समाचार प्रकाशित कर कोविड सेंटर की अव्यवस्थाओं को उजागर किया। मंगलवार के अंक में भी ‘नहीं मिलते चिकित्सक, मरीज खुद लाते ऑक्सीजन सिलेण्डरÓ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर कोविड सेंटर की बदइंतजामी की ओर प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया था। निरीक्षण के दौरान पीएमओ डा अशोक चौधरी, सीएमएचओ डा अजय चौधरी, डा दर्शन भार्गव, डा मंशाराम सहारण, एनेस्थेटिक चिकित्सक सहित स्टाफ मौजूद रहा। पीएमओ डॉ. अशोक चौधरी ने बताया कि सेंटर में रविवार तड़के एक बुजुर्ग की मौत के मामले में जिला कलक्टर और अधिकारियों ने नर्सिंग स्टाफ और रात्रि ड्यूटी दे रहे चिकित्सक के बयान लिए। इन बयानों में बताया कि ऑक्सीजन सपोर्ट पर भर्ती मरीज तड़के करीब चार बजे बाथरूम में गया लेकिन कमजोरी के कारण वहीं निढाल हो गया। बाथरूम में आए अन्य मरीज ने नर्सिंग स्टाफ को सूचित किया तो स्टाफ की मदद से उसे वार्ड तक ले जाया गया। जहां रात्रि में ड्यूटी दे रहे चिकित्सक ने मरीज का उपचार शुरू किया लेकिन उपचार के दौरान 4.40 बजे उसने दम तोड़ दिया।
- Advertisement -
- Advertisement -
- Advertisement -