- Advertisement -
HomeRajasthan NewsSikar newsगहलोत पायलट को लेकर कांग्रेस विधायक व नेताओं के फिर निकले अलग...

गहलोत पायलट को लेकर कांग्रेस विधायक व नेताओं के फिर निकले अलग सुर, गरमाई सियासत

- Advertisement -

सीकर. प्रदेश में गहलोत-पायलट गुट की खींचतान के बीच सीकर जिले में कांग्रेस विधायक व नेता अलग अलग सुरों में नजर आ रहे हैं। गुरुवार को खंडेला से निर्दलीय विधायक महादेव सिंह खंडेला ने पायलट गुट पर सियासी हमला बोलते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ही कांग्रेस और कांग्रेस को अपनी मां बतााया। वहीं, श्रीमाधोपुर विधायक दीपेन्द्र सिंह शेखावत ने भी सियासी तेवर दिखाते हुए सचिन पायलट के साथ ग्रास रूट पर काम करने की बात कहते हुए कैबिनेट, बोर्ड और निगम में पदों के लिए सौदेबाजी के आरोपों को पूरी तरह गलत बताया। इस बीच खंडेला विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार रहे सुभाष मील ने भी विधायक महादेव सिंह पर ही निशाना साध दिया। कहा कि निर्दलीय चुनाव लड़कर कांग्रेस प्रत्याशी को हराने वाले सिंह को अब कांग्रेस के प्रति निष्ठा कैसे याद आई।मील ने कहा कि मंत्री पद की चाह में महादेव सिंह कांग्रेस को मां कह रहे हैं।
जानें किसके क्या बोलविधायक महादेव सिंह: अशोक गहलोत कांग्रेस, कांग्रेस मेरी मां
सीकर सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए निर्दलीय चुनाव जीतकर कांग्रेस समर्थन में आए विधायक खंडेला ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत में उनका अटूट विश्वास है। राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही कांग्रेस है। जो गांधी परिवार के सबसे विश्वसनीय व्यक्ति है। खंडेला ने कहा कि इंदिरा गांधी व राजीव गांधी के काल में मंत्री रहे गहलोत सोनिया गांधी व राहुल गांधी के भी दिलों से जुड़े हैं। दावा किया कि प्रदेश की जनता भी उन्हें ही चाहती है। आलाकमान द्वारा सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के सवाल पर कहा कि यह संभव ही नहीं है। आलाकमान पायलट को कभी मुख्यमंत्री नहीं बना सकता। अशोक गहलोत ही मुख्यमंत्री पद पर रहेंगे। कांग्रेस के प्रति अपनी निष्ठा जाहिर करने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से प्राप्त प्रमाण पत्र भी दिखाया। जो आपातकाल के बाद 1979 में इंदिरा गांधी के कारावास के विरोध में जेल जाने पर उन्हें प्राप्त हुआ था। उन्होंने कहा कि उनके पिता व दादा भी प्रजामंडल के समय से कांग्रेस के साथ रहे। उनकी भी शिक्षा व संस्कार कांग्रेसी माहौल में होने से उन्होंने कांग्रेस को ही हमेशा अपनी मां माना। कांग्रेस की बदौलत ही वे छह बार विधायक व एक बार केंद्रीय मंत्री बने।उन्होंने कहा कि उन्हें कभी मंत्री पद की लालसा नहीं रही।
दीपेन्द्र सिंह शेखावत: ये हमारे स्वाभिमान की लड़ाईश्रीमाधोपुर विधायक दीपेन्द्र सिंह शेखावत ने भी सियासी तेवर दिखाए। उन्होंने कहा कि कैबिनेट, बोर्ड और निगम में पदों के लिए सौदेबाजी करने के आरोप पूरी तरह गलत हैं। सचिन पायलट और हम सभी राजस्थान में ग्रासरूट स्तर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सम्मान और स्वाभिमान के लिए प्रयासरत हैं। जिन लोगों ने 2014 के बाद वसुंधरा राजे और मोदी की भाजपा सरकार का सामना किया यह उनके मान-सम्मान और स्वाभिमान की लड़ाई है। शेखावत ने कहा कि सरकार के कार्यकाल को ढाई साल पूरे हो गए हैं। अब कार्यकर्ताओं को मान-सम्मान मिलना चाहिए। राजनीतिक नियुक्तियां उन लोगों को दी जानी चाहिए जिन्होंने पोलिंग बूथों पर कांग्रेस को जीत दिलाने के लिए मेहनत की। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस आलाकमान पर उनका भरोसा है जल्द ही इन सभी मुद्दों का हल निकलेगा।
मंत्री पद लाने के लिए कांगे्रस में जता रहे निष्ठा: मीलखंडेला से कांग्रेस के टिकट के चुनाव लडऩे वाले सुभाष मील ने कांग्रेस में निष्ठा जताने वाले विधायक महादेव सिंह खंडेला पर सियासी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि खंडेला के निर्दलीय विधायक अब कांग्रेस पार्टी को मां बता रहे हैं और कांग्रेस में निष्ठा जता रहे है। लेकिन उनकी निष्ठा विधानसभा चुनाव के समय कहां गई थी। जब उन्होंने खुद कांग्रेस प्रत्याशी के खिलाफ प्रचार किया। उन्होंने कहा कि सचिन पायलट कार्यकर्ताओं के मान सम्मान की लड़ाई लड़ रहे है इसमें गलत क्या है। इस मामले में फैसला आलाकमान को करना है। मील ने कहा कि मंत्री पद पाने की लालसा में खंडेला विधायक ने यह बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने उनको केन्द्रीय मंत्री तक पहुंचाया। मील ने कहा कि यह अलग बात है कि खुद के कारनामों की वजह से उनको मंत्री पद बीच में छोडऩा पड़ा। मील ने कहा कि लगातार हार और राहुल गांधी के विजन की वजह से खंडेला सीट पर कांग्रेस ने टिकट बदला था।

- Advertisement -
- Advertisement -
Stay Connected
16,985FansLike
2,458FollowersFollow
61,453SubscribersSubscribe
Must Read
- Advertisement -
Related News
- Advertisement -