सीकर.
#Changemaker 2.0 : जगह-जगह कचरे के ढ़ेर, उफान मारती नालियां। सीवरेज के नाम पर सडक़ तोडऩे का दंश कभी गंदे पानी के रूप में झेला तो कभी गड्ढ़ों में गिरकर। यह स्थिति पिछले पांच वर्ष से चली आ रही है। लोगों ने नगर परिषद के अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। निकाय चुनाव को लेकर चलाए जा रहे विशेष अभियान हमारा हीरो ही हमारा नेता के तहत पत्रिका टीम शहर के वार्ड 28 (नया 41) स्थित सिटी डिस्पेंसरी नंबर दो के पीछे स्थित मोहल्ले में पहुंची तो यह ही स्थिति नजर आई। लोगों का कहना है कि विकास के नाम पर वार्ड में सडक़ को खोदने का काम चलता रहा। खुदाई के दौरान लोगों के घरों की पेयजल सप्लाई की लाइनें तोड़ दी गई। घरों में गंदा पानी पहुंचने से लोगों को बीमारियों का सामना करना पड़ा।
खतरा बनी है नालियां क्षेत्र में नालियां आम जीवन के लिए खतरा बनी है। नालियों की सफाई लम्बे समय से हुई नहीं है। इन पर रखे फेरो कवर भी टूट चूके हैं। ऐसे में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। यह स्थिति सिटी डिस्पेंसरी नंबर दो के पीछे के साथ वहां लगती गलियों में भी है।[MORE_ADVERTISE1]मोहल्ले के निवासी राकेश सिंह का कहना है कि नालियों की सफाई को लेकर नगर परिषद गंभीर नहीं है। भवानी ने कहा कि क्षेत्र के लोग सफाई के लिए भी तरस रहे हैं। कचरा संग्रहण करने वाली गाड़ी भी रोजाना इस क्षेत्र में नहीं आती है। नरेन्द्र व देवेन्द्र सिंह का कहना है कि क्षेत्र में पानी निकासी की व्यवस्था सहीं नहीं है। बरसात होने पर शास्त्री नगर का पानी भी इस क्षेत्र में आता है। नालियां की सफाई नहीं होने के कारण गंदा पानी आम रास्ते में बहता रहता है।
यह रहेंगे मुद्दे क्षेत्र के लोगों का कहना है कि इस बार चुनाव में सफाई, सडक़, सार्वजनिक रोशनी के साथ क्षेत्र की जल निकासी औ पेयजल की समस्या का समाधन करने वाले प्रत्याशी को वोट देंगे।[MORE_ADVERTISE2]
- Advertisement -
- Advertisement -
- Advertisement -