जोधपुर. द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेन्ट्स ऑफ इंडिया की ओर से मई-जून 2019 में आयोजित सीए फाइनल परीक्षा का परिणाम मंगलवार को घोषित किया गया। जिसमें सीए नगरी के नाम से विख्यात जोधपुर के 3 स्टूडेन्ट्स ने टॉप 50 में बाजी मारी। सीए परीक्षा में रितिका मेहता ने देशभर में 16वीं रेंक हासिल की। वहीं धीरज कासट ने 24वीं व रागिनी श्रीमाल ने 49वीं रेंक प्राप्त की।
दो पैटर्न से हुई परीक्षाद इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेन्ट्स ऑफ इंडिया की ओर से सीए फाइनल की परीक्षा दो पैटर्न से ली गई। जिसमें विद्यार्थियों ने ओल्ड कोर्स व न्यू कोर्स चुनकर परीक्षा दी। ओल्ड कोर्स के पहले गु्रुप में देशभर से कुल 25052 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। इनमें कुल 4610 परीक्षार्थी पास हुए। दूसरे ग्रुप में 36945 ने परीक्षा दी और 8762 पास हुए। संयुक्त दोनों ग्रुप में 15560 ने परीक्षा दी, जिसमें प्रथम ग्रुप में 2127 व द्वितीय ग्रुप में 602 पास हुए। दोनों ग्रुप में कुल मिलाकर 1187 ने सीए फाइनल एग्जाम क्लियर किया। ओल्ड कोर्स के द्वारा देश को 10816 सीए मिले।
न्यू कोर्स में 8894 ने दी परीक्षावहीं न्यू कोर्स के द्वारा प्रथम ग्रुप में 8894 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी, और 1500 पास हुए। द्वितीय ग्रुप ने 6529 ने परीक्षा दी और 1146 ने परीक्षा पास की। संयुक्त रूप से दोनों ग्रुप में 11092 ने परीक्षा दी। इसमें प्रथम गु्रप में 1669 व द्वितीय ग्रुप में 432 पास हुए। दोनों ग्रुप 2313 परीक्षार्थी पास हुए। इस ग्रुप में कुल 3369 सीए बने।
टॉपर्स ने कहा, कड़ी मेहनत का विकल्प नहीं
घर की पहली सीए बनी रितिकासीए परीक्षा में देशभर में 16वीं रेंक हासिल करने वाली रितिका मेहता अपने घर की पहली सदस्य है, जो सीए बनी है। रितिका ने बताया कि कड़ी मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता है। रितिका ने सभी विषयों की अलग-अलग कोचिंग ली। परीक्षा के चार माह पहले से पढ़ाई का शेड्यूल बदला और कोचिंग के अलावा प्रतिदिन 10-12 घंटे पढ़ाई की। रितिका का लक्ष्य सीए फील्ड की टॉप फोर कम्पनी में काम करना है। साथ में वह पढ़ाई भी जारी रखेगी। रितिका के पिता रवि मेहता युनाइटेड इंडिया में तथा माता अरुणा मेहता एसबीआइ में काम करते हैं।
15 घंटे पढ़ाई कर लक्ष्य पाया
सीए परीक्षा में 24वीं रेंक हासिल करने वाली धीरज कासट भी सीए बनने वाले अपने परिवार के पहले सदस्य है। धीरज ने बताया कि उसने सीए की पढ़ाई मुम्बई में रहकर की। कुछ विषयों की कोचिंग जोधपुर में रहकर ली। धीरज ने परीक्षा से दो माह पहले प्रतिदिन 15 घंटे पढ़ाई कर लक्ष्य हासिल किया। इनका सपना मुम्बई में अच्छी कम्पनी में जॉब करना है। इनके पिता कन्हैयालाल कासट आसोप में कॉटन का बिजनेस करते है व माता गृहिणी है। इनके बड़े भाई इंजीनियर है।
भाई से सीखी बारीकियांसीए परीक्षा में देश में 49वीं रेंक हासिल करने वाली रागिनी श्रीमाल ने सीए एन्ट्रेन्स सीपीटी में भी अच्छी रेंक हासिल की थी। रागिनी ने बताया कि पहले ही प्रयास में सीए परीक्षा क्लियर करने का निश्चय किया था। घर में बड़े भाइ राघव सीए है तो उनको घर में एकाउंट्स की बारीकियां सीखने का अवसर मिला। रागिनी ने बताया कि नियमित पढ़ाई के अलावा आर्टिकलशिप को मन लगाकर करने से सफलता मिली। रागिनी के पिता प्रकाश जैन डिस्कॉम में एक्सइएन है। रागिनी अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, नाना-नानी की प्रेरणा को देती है।
फाउंडेशन में 9वीं रेंक पाई हार्दिक ने
वहीं सीए फाउंडेशन के घोषित परिणाम में जोधपुर के हार्दिक जैन ने देशभर में 9वीं रेंक हासिल की। हार्दिक जैन ने कोचिंग क्लासेज से फाउंडेशन की तैयारी की। संस्थान डायरेक्टर बीआर जैन ने बताया कि पिछले लगातार 18 सीए फाउंडेशन सीपीटी की परीक्षाओं में संस्थान के विद्यार्थियों ने रेंक हासिल की है और शानदार परिणाम दिए हैं। इस अवसर पर संस्थान की डायरेक्टर अमिता जैन, निरंजन माथुर, गौरव चौपड़ा, हितेश व्यास आदि ने सफल विद्यार्थियों को बधाई दी।
सीए फाइनल परीक्षा परिणाम : फिर चमकी हमारी सीए नगरी, टॉप 50 में जोधपुर के 3 विद्यार्थी
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