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बीएसएफ जवान की सैनिक सम्मान से हुई अंत्येष्टि, 15 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि

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सीकर. राजस्थान के सीकर जिले के अजीतगढ़ निवासी बीएसएफ के जवान घनश्याम मीणा की अंत्येष्टि शनिवार को सैनिक सम्मान से की गई। इस दौरान बीएसएफ जवान व भारतमाता का जमकर जयघोष हुआ। जवान के 15 वर्षीय बेटे तनिश ने मुखाग्नि देकर पिता का अंतिम संस्कार किया। जिसे देख हर किसी की आंख नम हो गई। इस दौरान अजीतगढ़ पंचायत समिति के प्रधान शंकर लाल यादव, बीएसएफ सूबेदार भीम सिंह, अजीतगढ़ थाना प्रभारी प्रकाश सिंह राठौड़, राजस्थान प्रदेश सेवादल कांग्रेस के श्रीमाधोपुर विधानसभा अध्यक्ष ओमप्रकाश कुमावत, सीकर जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व सह सचिव लखन पारीक, भाजपा नेता जीएल टेलर, समाजसेवी किशन लाल योगी, श्री कृष्ण गौशाला के अध्यक्ष मनीष मीणा, प्रहलाद अग्रवाल, पूर्व जिला परिषद सदस्य दशरथ सिंह पारोडा, मोहन लाल बुनकर, चैतन्य कुमार मीणा सहित सैंकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।
छुट्टी पर आया था जवान, पैर फिसलने से हुई मौतबीएसएफ जवान घनश्याम मीणा शिलांग में सूबेदार पर पर कार्यरत था। 41 वर्षीय जवान दिवाली की छुट्यिां मनाने आया था। शुक्रवार को वह अपने घर की छत की सीढिय़ों पर अपने भतीजे को गोद में खिला रहा था। इसी दौरान उसका पैर फिसल गया। जिससे वह नीचे गिर गया। घटना में गंभीर रूप से घायल होने पर नजदीकी लोगों ने उसे अजीतगढ़ के बाबा नारायण दास राजकीय सामान्य चिकित्सालय में भर्ती कराया। जहां हालत नाजुक होने पर चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे जयपुर रेफर कर दिया। जहां रास्ते में ही उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद शव रात को अजीतगढ़ अस्पताल में रखवा दिया गया। जहां शनिवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद परिजनों का सौंपा गया। जिसके बाद शव का अंतिम संस्कार किया गया।
शव यात्रा में शामिल हुए सैकड़ों लोग, दिया गार्ड ऑफ ऑनरबीएसएफ जवान के अंतिम संस्कार में काफी संख्या में लोग शामिल हुए। जो भारत माता के जयघोष व घनश्याम मीणा अमर रहे के नारे लगाते हुए अंतिम यात्रा में शामिल हुए। अंत्येष्टि स्थल पर बीएसएफ जवान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
हाल में हुआ था पदोन्नत, जाने वाला था ड्यूटीदो भाइयों में बड़ा घनश्याम मीणा 15 साल पहले बीएसएफ में भर्ती हुआ था। 15 वर्षीय बेटे व 14 वर्षीय बेटी का पिता कुछ समय पहले ही पदोन्नत हुआ था। लंबे समय बाद वह दिवाली की छुट्टी पर आया था। जो एक- दिर में छुट्टी पूरी कर वापस ड्यूटी पर लौटने वाला था।
 

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