नीमकाथाना. जिला मुख्यालय से 100 किमी और उपखंड मुख्यालय से 20 किमी दूरी स्थित अरावली की वादियों के बीच बालेश्वर धाम के विकास कार्यों की प्रक्रिया शुरू होने लगी है। जल्द ही करोड़ों की लागत से धाम की कायापलट की जाएगी। बुधवार को विधायक सुरेश मोदी ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ धाम का चारों तरफ से निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से विकास कार्यों की जानकारी लेकर जल्द प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भेजने के निर्देश दिए ताकि स्वीकृति पर जल्द मुहर लगवाई जाए। इस दौरान उनके साथ जिला परिषद सदस्य संतोष मीणा, उपखंड अधिकारी बृजेश गुप्ता, तहसीलदार सत्यवीर यादव, सीओ गिरधारी शर्मा, सार्वजनिक विभाग एक्सईएन जेपी यादव, ईओ सूर्यकान्त शर्मा थे। विधायक ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 2021 के बजट में बालेश्वर धाम को विकसित करने के लिए घोषणा की थी। घोषणा के तहत धाम पर कार्य किया जाएगा। धाम पर पर्यटकों के लिए धर्मशाला, पार्किंग, अन्य मूलभूत सुविधाएं होगी, जिससे आस-पास के क्षेत्र व मन्दिर का विकास हो सके। राज्य सरकार से स्वीकृति मिलते ही धाम पर कार्य शुरू किया जाएगा। नीमकाथाना तहसील के आस-पास में यह सबसे बड़ा धाम है।बाउंड्री के साथ तैयार किया जाएगा लॉनसूत्रों के अनुसार धाम के चारों तरफ बाउंड्री करने के साथ लॉन भी तैयार किया जाएगा। जिसमे श्रद्धालुओं के लिए बैठने के लिए चैयर भी लगवाई जाएगी। श्रद्धालु रात को ठहर सके इसके लिए कमरें भी तैयार किए जाएंगे। इसके लिए सार्वजनिक विभाग की ओर से प्रस्ताव इंस्टीमेंट तैयार किया जा रहा है।जलाभिषेक के लिए लगानी पड़ती है लाइनधाम पर स्थित शिव मंदिर की खुब मान्यता है। यहां सावन व महाशिरात्रि पर बोले का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं को घंटो लाइन में खड़ा होकर इंतजार करना पड़ता है। पाटन पुलिस की ओर धाम पर पहले से ही चाक चौबंद व्यवस्था की जाती है। ताकि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के साथ किसी प्रकार की वारदात नहीं हो सके।धाम पर शीश नवाने हर वर्ष आते हंै लाखों श्रद्धालुधाम पर हर वर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु व पर्यटक शीश नवाने आते हैं। अगर इनको यहां सुविधाए मिलेंगी तो निश्चित तौर पर पर्यटन स्थल को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही ग्रामीणों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। विकास होने से बालेश्वर धाम पर विदेशी सैलानी आ सकेंगे। मोदी ने कहा, मन्दिर में हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी। इस दौरान अधिकारियों के साथ पटवारी ब्रहमानंद, पटवारी जेपी, पटवारी जयसिंह मीणा, सज्जन सांई मौजूद थे।
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