प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) की यूएस तीन दिवसीय यात्रा की चर्चा विदेशी मीडिया में नहीं हुई. ऐसे में इस मामले में पीएम मोदी को निशाना बनाने वाले लोगों पर अमिश देवगन (Amish devgan) और ऋचा अनिरुद्ध (Richa Anirudh) भड़कते हुए नजर आए.
ऋचा अनिरुद्ध सोशल मीडिया (Social media) पर उन लोगों पर भड़कती हुई दिखीं जो लोग विदेशी मीडिया द्वारा पीएम मोदी को अहमियत न देने पर खुश होते नजर आए. ऋचा अनिरुद्ध ने ऐसे लोगों को पर तंज करते हुए गुस्से से भरा एक पोस्ट किया जिस पर पत्रकार अमिश देवगन ने भी रिएक्ट करते हुए ऐसे लोगों पर अपनी नाराजगी जाहिर की.
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के तीन दिवसीय यूएस यात्रा पर गए थे. जहां शुक्रवार को पीएम मोदी की व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात हुई. इस तीन दिवसीय यात्रा को लेकर भारतीय मीडिया में चर्चा तो हुई ही लेकिन विदेशी मीडिया ने पीएम मोदी के दौरे को अहमियत नहीं दी.
ऋचा अनिरुद्ध ने अपने पोस्ट में कहा, अद्भुत लोग हैं, जो इस बात पर खुश होते हैं कि देखो अमेरिकी मीडिया ने हमारे प्रधानमंत्री के दौरे को अहमियत नहीं दी. यही लोग तब भी खुश होते हैं जब विदेशी मीडिया आपके देश में सिर्फ़ बुराइयां ढूंढ कर छाप रहा हो और अपने देश की कमियां छुपा रहा हो. इनके लिए विदेशी मीडिया ही सब कुछ है!
ऋचा अनिरुद्ध के इस पोस्ट पर अपना रिएक्शन देते हुए अमिश देवगन (Amish devgan) ने कहा, इस लॉबी को पूरी तरह से विपरीत बोलने का जुनून सवार है. ये भारत विरोधी हैं. ये लोग तो खुद अपनी साख के लिए लड़ रहे हैं. जो हर दिन गिरते ही जा रहे हैं. ऋचा अनिरुद्ध और अमिश देवगन के इस पोस्ट पर ढेरों लोगों के रिएक्शन सामने आने लगे.
Lobby is obsessed with them & Anti India narrative. This species (Gang) is struggling for its own credibility , which is going down each passing day . https://t.co/QZaFFjoX2e
— Amish Devgan (@AMISHDEVGAN) September 25, 2021
पुखराज नाम के यूजर ने कहा, अमेरिकी मीडिया से हमें क्या लेना-देना वो तो भारत की कमियां बताते हैं, बुराई करते हैं. तब तुम लोग बहुत खुश होते हो. कब तक विदेशी मीडिया की गुलामी, उन पर विश्वास करते रहोगे? भारत पर भरोसा करना सीखो. अमेरिकी मीडिया के कवरेज नहीं करने से भारत को कोई फर्क नहीं पड़ता.
दिनेश नाम के यूजर ने जवाब देते हुए कहा, कभी आपने PM care fund की वैधता पर सवाल खड़े किये? नहीं ना और शायद करेंगी भी नहीं. आप जैसे लोगों का ज़मीर मर चुका है. रिज्वान नाम के यूजर ने कहा, अद्भुत इसलिए है कि अंधभक्त कहते हैं कि 70 साल में ऐसा 56 इंचा वाला प्रधानमंत्री पैदा नहीं हुआ. अंधभक्त कहते हैं कि विदेशों में डंका बज रहा है, तो लोगों ने सोचा कि डंका देख लिया जाए लेकिन मीडिया ने जगह ही नहीं दी, डंका की तो बात छोड़िए.
आपको बता दें कि विदेशों की कोई गुमनाम एजेंसी भी डेढ़ दो हजार लोगों के बीच सर्वे करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकप्रिय नेता बता देती है तो अमीश देवगन जैसे पत्रकार दिन-रात उस सर्वे के सहारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चरण वंदना करते हुए नजर आते हैं. दिन-रात उस सर्वे के आधार पर विपक्ष को कटघरे में खड़ा करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ग्लोबल लीडर तक बताते हैं.
लेकिन विदेशों में वहां की लोकल मीडिया द्वारा प्रधानमंत्री मोदी के दौरे को कवरेज नहीं मिली तो यह लोग दूसरों को सलाह दे रहे हैं कि विदेशी मीडिया क्या कह रहा है, उसे ना देखा जाए. सहूलियत के हिसाब से अमीश देवगन जैसे पत्रकार लंबे समय से बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी की इमेज को बचाने की कोशिश करते हुए नजर आते रहे हैं. हालांकि अब ऐसे पत्रकारों की असलियत जनता समझने लगी है.
The post पीएम मोदी के दौरे की मीडिया कवरेज पर उठा सवाल तो गुस्साए अमिश देवगन appeared first on THOUGHT OF NATION.