गुजरात में भूपेंद्र पटेल (Bhupendra Patel) सरकार नए मंत्री गुरुवार को पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे. चर्चा है कि भूपेंद्र पटेल सरकार में कुल 27 मंत्री शपथ शपथ लेंगे, जो कि नए चेहरे होंगे. मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह राजधानी गांधीनगर में दोपहर डेढ़ बजे होगा. हालांकि नए मंत्रियों के नामों की अभी तक घोषणा नहीं की गई है.
गुजरात में मंत्रिमंडल विस्तार से पहले भाजपा में कलह शुरू हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, पूर्व डिप्टी CM नितिन पटेल (Nitin Patel) और मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा नाराज बताए जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, नाराजगी मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के कैबिनेट विस्तार को लेकर ही है. खबरें ये भी आईं कि नितिन पटेल (Nitin Patel) ने मंगलवार रात कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला से भी मुलाकात की. दोनों के बीच लंबी बातचीत भी चली.
सूत्रों के मुताबिक, भूपेंद्र पटेल पूरी कैबिनेट बदलना चाहते हैं, यानी 27 मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है. फोकस नए चेहरों और महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर है. यह भी कहा जा रहा है कि डिप्टी CM नितिन पटेल को केवल मंत्री के रूप में कैबिनेट में शामिल किए जा सकता है. इसके पीछे कारण भी है.
दरअसल, भूपेंद्र पटेल और नितिन पटेल दोनों ही पाटीदार समाज से हैं. ऐसे में CM और डिप्टी CM पर एक ही समाज के चेहरे बैठाने से हाईकमान भी बचना चाह रही है. नितिन की नाराजगी यहीं से शुरू होती है. भूपेंद्र सिंह चूडासमा को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है. कौशिक पटेल भी खतरे के दायरे में हैं. तीनों ही विजय रुपाणी के करीबी हैं तो वे भी नाराज ही हैं.
3 घंटे तक चला मान-मनौव्वल का दौर
सूत्रों के मुताबिक भाजपा ने नाराज नेताओं को मनाने का जिम्मा राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष और गुजरात भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव को सौंपा. इन पदाधिकारियों ने तीनों नेताओं से 3 घंटे तक बातचीत की, पर कामयाबी नहीं मिली. संतोष और यादव ने मंगलवार को भूपेंद्र पटेल से उनके बंगले पर आधा घंटे तक बातचीत की. इसके बाद वहीं पर नितिन पटेल और भूपेंद्र सिंह को बुलाया गया. इन दोनों से भी करीब डेढ़ घंटे तक चर्चा चली.
विजय रुपाणी से भी फोन पर करीब एक घंटे तक बात की गई. मुख्यमंत्री के बंगले पर हुई इस बैठक में पूर्व मंत्री कौशिक पटेल और पुरुषोत्तम रूपाला भी शामिल थे. हालांकि, अब तक कौशिक और रूपाला की नाराजगी की बात सामने नहीं आई है. नितिन पटेल ने नाराजगी वाले तेवर पहली बार नहीं दिखाए हैं. 2016 में भी वित्त मंत्रालय न मिलने से नितिन पटेल नाराज हो गए थे. आखिरकार आलाकमान को उनके आगे झुकना पड़ा था और डिप्टी CM के साथ उन्हें वित्तमंत्री भी बनाना पड़ा था.
हार्दिक पटेल की गुजरात BJP पर भविष्यवाणी
हार्दिक पटेल ने कहा है कि सरकार के कामकाज की किरकिरी हुई तो भाजपा ने गुजरात में मुख्यमंत्री बदल दिया. उसे लगता है कि इससे जनता अपनी नाराजगी भूल जाएगी, लेकिन ऐसा होने वाला नहीं है. जनता अब गुमराह नहीं होने वाली है. भूपेंद्र पटेल गुजरात के मुख्यमंत्री भले ही बने हैं, लेकिन आदेश तो दिल्ली से आया है. जनता सब कुछ जानती है. मुख्यमंत्री बदलने को लेकर हार्दिक ने कहा है कि इसके पीछे कोरोना के दौरान सरकार के काम और बेरोजगारी बड़ी वजह है. भाजपा ने अपना इंटरनल सर्वे करवाया था. जिसमें विजय रुपाणी को लेकर जनता की नाराजगी सामने आई थी. 2017 में भी कुछ ऐसा ही हुआ था. वोट किसी और के नाम पर मिलता है और CM कोई और बन जाता है.
हार्दिक पटेल ने कहा है कि, भाजपा वाले तो जाति और धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे हैं. कांग्रेस ने हमेशा मुद्दों के आधार पर राजनीति की है. नौजवानों और किसानों का मुद्दा हम लगातार उठा रहे हैं. जो वादे गुजरात की जनता से भाजपा ने किए थे, वे पूरे नहीं हुए हैं. उनको लेकर हम लगातार जन आंदोलन कर रहे हैं. जिसके परिणाम आने वाले चुनावों में हमारे पक्ष में होंगे और हमारी सरकार बनेगी.
हार्दिक ने कहा कि राहुल गांधी ने पूरी तैयारी कर ली है. वे लगातार हमारे संपर्क में रहते हैं. उनका कहना है कि इस गुजरात ने मुझे गांधी सरनेम दिया है. मेरा गुजरात से लगाव है. हकीकत तो यह है कि नरेंद्र मोदी से पहले गांधी परिवार का रिश्ता गुजरात से है. ये वही गुजरात है जहां से इंदिरा जी को गांधी सरनेम मिला था. जल्द ही राहुल गांधी गुजरात दौरा करने वाले हैं.
The post गुजरात में मुख्यमंत्री बदलने के बाद भी सब कुछ ठीक नहीं appeared first on THOUGHT OF NATION.
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