उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसको देखते हुए तमाम राजनीतिक पार्टियां चुनावी तैयारियों में जुट चुकी हैं और अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही हैं. इन सबके बीच मायावती और अखिलेश यादव ने चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश की जनता के सामने बड़े वादे कर दिए हैं.
अखिलेश यादव
सपा सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर प्रदेश की जनता से और खासकर कर्मचारियों से बड़ा वादा किया है. पुरानी पेंशन की बहाली को लेकर उत्तर प्रदेश में कई बार कर्मचारियों की हड़ताल और आंदोलन हो चुके हैं. लेकिन उनकी मांगों को अभी तक माना नहीं गया है. सपा की पिछली सरकार ने भी उनकी मांगों पर कोई सुनवाई नहीं की थी.
इस बार अखिलेश यादव ने वादा किया है कि उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर एक लाख 58 हजार शिक्षामित्रों को समायोजित करने के साथ ही पुरानी पेंशन को बाहर किया जाएगा. बता दें कि अखिलेश यादव का अगर यह दाव चल गया और कर्मचारियों ने अखिलेश यादव के इस वादे पर भरोसा कर लिया तो उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को इसका खासा लाभ मिल सकता है. क्योंकि पुरानी पेंशन बहाली की मांग लंबे समय से हो रही है, जिसपर किसी सरकार ने और पार्टी ने ध्यान नहीं दिया है अभी तक.
इसके अलावा अखिलेश यादव ने कहा है कि कोरोना काल में भाजपा की सरकार ने 1600 शिक्षकों को मौत के मुंह में धकेलने का काम किया. मां गंगा को साफ करने के नाम पर करोड़ों डकार गए और अब झूठी कसमें खा रहे हैं. योगी को लैपटॉप चलाना ही नहीं आता इसलिए नहीं दिए. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि गंगा बिहार की ओर बहती है. ऐसे में वहां से शव प्रयागराज की ओर कैसे आ सकते हैं. उन्होंने कहा कि मिर्जापुर में बन रहा विंध्य कॉरिडोर योजना पूर्व की समाजवादी सरकार की देन है.
मायावती
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती (Mayawati) ने मंगलवार को लखनऊ में ब्राह्मण प्रबुद्ध सम्मेलन को संबोधित किया. इस सम्मेलन में मायावती ने साफ कहा कि भारतीय जनता पार्टी के राज में ब्राह्मणों पर अत्याचार बढ़ा है.
सम्मेलन में मायावती (Mayawati) ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि बीजेपी की सरकार के दौरान ब्राह्मणों पर जो एक्शन हुआ है, उसकी जांच कराई जाएगी हमारी सरकार आने पर. इसके अलावा जो अधिकारी दोषी पाए जाएंगे उन पर एक्शन लिया जाएगा. मायावती ने कहा कि ब्राह्मणों के मान सम्मान और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा.
इसके अलावा मायावती ने कहा है कि बहुजन समाज पार्टी सर्वजन हिताय-सर्वजन सुखाय की सोच पर चलने वाली पार्टी है. हमारी कथनी करनी में कोई अंतर नहीं होता है. मायावती ने मंत्र दिया है कि हर विधानसभा क्षेत्र में 1000 ब्राह्मण कार्यकर्ताओं को तैयार करना है और सभी को एकजुट करके चलना है.
मायावती ने इसके अलावा दावा किया कि इस बार बहुजन समाज पार्टी की सरकार आने से कोई नहीं रोक सकता है. हमारी सरकार आई तो सरकार में एक बार फिर ब्रह्मणों को सही प्रतिनिधित्व दिया जाएगा और सभी का सम्मान किया जाएगा. भाजपा और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी दूसरे दलों की तरह हवा-हवाई बातें नहीं करती है, ना ही हम धर्म जाति के आधार पर किसी के बीच भेदभाव करते हैं.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने हमेशा कानून का राज स्थापित किया है. मायावती ने कहा कि 2012 में सपा ने सत्ता में आकर यूपी का माहौल बिगड़ा. उसके बाद 2017 में लोग बीजेपी के वादों में आ गए. बीजेपी की सरकार अभी तक अपने वादों को पूरा नहीं कर पाई है. ब्राह्मण समाज के लोग बीजेपी की सरकार से मुक्ति पाना चाहते हैं.
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