लंबे आंदोलन और विरोध के बाद बीजेपी ने किसानों के सामने घुटने टेकते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान कर दिया है. इसके बाद भी किसान घर वापस जाने के लिए तैयार नहीं है. उनका कहना है कि जब तक संसद में कानून को वापस नहीं लिया जाता और एमएसपी की गारंटी नहीं दी जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
समझा जा रहा है कि कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. किसान आंदोलन का असर विधानसभा चुनावों पर हो सकता है. खासकर उत्तर प्रदेश और पंजाब में और बीजेपी किसी भी कीमत पर उत्तर प्रदेश को हाथ से नहीं जाने देना चाहती. इसी कारण तीनों कृषि बिल वापस लिए जाने का ऐलान प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) के द्वारा किया गया है.
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा तीनों कृषि बिलों के वापस लेने के ऐलान के बाद इसे किसानों की बड़ी जीत माना जा रहा है. इसके साथ-साथ विपक्ष भी इसे अपनी बड़ी जीत मान कर चल रहा है. बीजेपी के भी कई नेताओं ने बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से आग्रह किया था किसानों की आवाज को सुनने का. उसमें वरुण गांधी (Varun Gandhi) का नाम प्रमुख रूप से सामने आ रहा था.
वरुण गांधी लगातार किसानों की आवाज को उठा रहे थे और बीजेपी के अंदर से किसानों के समर्थन में और बीजेपी के नेतृत्व में आवाज को बुलंद कर रहे थे. चाहे लखीमपुर की घटना हो या फिर किसानों से जुड़ा हुआ कोई भी मुद्दा, वरुण गांधी ने बिना किसी पार्टी मोह के किसानों की आवाज को उठाने का काम किया. और अभी भी वह लगातार किसानों की मांगों को नेतृत्व के सामने रख रहे हैं.
इसी कड़ी में वरुण गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक खत लिखा है, जिसे उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल से सार्वजनिक किया है. वरुण गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा का मैं स्वागत करता हूं. मेरा विनम्र निवेदन है कि एमएसपी पर कानून बनाने की मांग व अन्य मुद्दों पर भी अब तत्काल निर्णय होना चाहिए. जिससे किसान भाई आंदोलन समाप्त कर सत सम्मान घर लौट जाएं.
इसके अलावा अपने खत में वरुण गांधी ने लिखा है कि वरिष्ठ पदों पर बैठे कई नेताओं ने आंदोलनरत किसानों को लेकर बहुत ही व्यतीत करने वाले बयान दिए हैं. इन बयानों और किसान आंदोलन के प्रति अब तक अपनाए गए उपेक्षापूर्ण रवैया का ही नतीजा है कि 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में 5 किसान भाइयों की गाड़ियों से कुचल कर निर्मम हत्या की गई. यह हृदय विदारक घटना हमारे लोकतंत्र पर एक काले धब्बे के समान है.
वरुण गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को आगे लिखा है कि, मेरा आपसे निवेदन है कि इस घटना में निष्पक्ष जांच एवं न्याय हेतु इसमें लिप्त एक केंद्रीय मंत्री पर भी सख्त कार्यवाही होनी चाहिए. लोकतंत्र, संविधान, संवाद और संवेदनशीलता से चलता है. देश के किसान आपसे अपनी समस्याओं का संवेदना पूर्वक समयबद्ध निस्तारण की अपेक्षा करते हैं.
तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा का मैं स्वागत करता हूँ। मेरा विनम्र निवेदन है कि एमएसपी पर कानून बनाने की मांग व अन्य मुद्दों पर भी अब तत्काल निर्णय होना चाहिए, जिससे किसान भाई आंदोलन समाप्त कर ससम्मान घर लौट जाएं।
आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नाम इस विषय में मेरा पत्र: pic.twitter.com/ndnL1xIx2c
— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 20, 2021
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