सीकर. ग्राम पंचायत रानोली ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत प्रत्येक घर से कचरा उठाने के लिए स्वच्छता टेंपो की शुरूआत की है। यह टेंपो पिछले एक वर्ष से रोज सुबह छ: बजे रवाना होता है और रानोली के करीब एक हजार घरों के पास जाकर आवाज लगाता है। गृहिणियां बाहर आती है और घर का सारा कचरा टेंपो में डाल देती है। ये नियम रानोली के सभी घरों में चल रहा है इसी के साथ कुछ समय पहले पंचायत ने यह टेम्पों बस स्टैण्ड पर भी भेजना शुरु कर दिया जिससे मेन मार्केट के साथ साथ बस स्टैण्ड के व्यापारियों ने भी सरपंच विनोद यादव की गहरी प्रशंसा की है। केवल यहीं नहीं पंचायत ने मेन मार्केट व बस स्टैण्ड की दुकानों पर डोर टू डोर जाकर कचरा पात्र भी वितरित किया है । घर के बाहर कचरा उठाने के लिए रोज टेंपो आने से गांव की महिलाएं काफ ी खुश है। वार्ड पंच निवासी महावीर वर्मा ने बताया पहले घर के पास कचरे के ढेर लगे रहते थे। नालियों में कचरा फे ंकना पड़ता था। अब पंचायत द्वारा टेंपो आता है और आवाज लगाने के साथ ही लोग इसमें कचरा डाल देते है। अब गांव व मार्केट में क हीं भी कचरा नही है। शांती देवी सैठी निवासी वार्ड 18 ने बताया कि पहले गंदा पानी घरों के सामने रहता। दिनभर आवारा पशु गंदगी करते, लेकिन जब से पंचायत ने ये टेंपो लगाया है, उसके बाद रोज कचरा डालते है तथा मोहल्ले में साफ सफ ाई होने लगी। ग्रहणी सावित्री वर्मा ने बताया मोहल्ले में टेंपो आने के बाद रोज का रूटीन बन गया है। सुबह टेंपो का इंतजार रहता है। टेंपो की सुविधा होने के बाद साफ सफ ाई रहने लगी है। व्यापारी रतनलाल कासंलीवाल, मनोज पिपलीवाल, संजय जैन, रसीद शेख, संतोष देवी राजकुमार गाईड, राकेश जैन आदि ने बताया कि पंचायत ने जब से टेंपो लगाया है, मोहल्ले में सफ ाई रहने लगी है। मोदी के स्वच्छता अभियान से मिली प्रेरणासरपंच विनोद यादव का कहना है कि रानोली कस्बे की घनी आबादी के कारण कचरा निस्तारण के लिए ग्रामीणों के पास कोई विकल्प नही था। गली- मोहल्ले में कचरे के ढेर लग जाते। लोग घर के बाहर बनी नालियों में कचरा डालने लगे। इसके कारण नालियों में जाम लगकर गंदा पानी बाहर निकलने लगा। मोदी स्वच्छता अभियान को ध्यान में रखते हुए गांव में स्वच्छता टेंपो की शुरूआत की गई। अब ग्राम पचंायत के कर्मचारी गोकुल वर्मा व लालचंद हरिजन सुबह-सुबह टेंपो लेकर सभी घरों में कचरा उठाने जाते है तथा कचरे का निस्तारण आबादी क्षेत्र से दूर नदी इलाके में गड्ढा खोदकर किया जाता है। इस सुविधा से गांव में लोगों को गंदगी से निजात मिली है। रानोली सरपंच विनोद यादव ने बताया कि रानोली क्षेत्र में टेंपो प्रतिदिन 35 किलोमीटर का राउंड लगाता है। जिसमें कचरे से भरे टेंपो के 8 चक्कर लगाने पड़ते है। जिससे 4 टन कचरा एवं मिट्टी उठाया जाता है। टेंपो के साथ दो कर्मचारी मजदूरी करते हैं। दोंनो की सैलरी 17 हजार है। टेंपो का बजट एवं दोनों मजदूरों की सैलरी पंचायत की निजी आय से दी जाती है।
शायद ही किसी गांव में सफाई के लिए इतने जागरूक मिलेंगे ग्रामीण…जानने के साथ-साथ प्रेरणा लेने की भी जरूरत
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