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सऊदी जेल में बंद गोविंद भाकर की रिहाई के लिए सोशल मीडिया पर मुहिम चला जुटाए 72 लाख, अब घर आएंगे

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Aajkal Rajasthan News/Nagour

नागाैर.हादसे के दोष के आरोप में पिछले 8 साल से सऊदी अरब की जेल में सजा काट रहे नागौर के रताऊ गांव के निवासी गोविंद भाकर (38 वर्ष) की आखिरकार वतन-वापसी हो गई। आर्थिक तंगी से गुजर रहे परिवार से मां बेटे गोविंद की वतन वापसी की उम्मीद छोड़ दुनिया से ही चली बसी। घर में बुजुर्ग पिता मोहनराम भाकर परिवार चलाने में अक्षम थे। पत्नी और बच्चें जैसे-तैसे दिन निकालने को मजबूर थे।

परिवार की इस पीड़ा को  social media सामने लेकर आया। इसके बाद गांव सहित प्रदेशभर के लोगों ने सऊदी अरब की जेल में बंद गोविंद की रिहाई में मदद के लिए सोशल मीडिया पर बड़े स्तर पर मुहिम को छेड़ा। लगातार 10 माह से अधिक समय तक चलाई गई यह मुहिम आखिरकार रंग लेकर आई और सऊदी अरब कोर्ट द्वारा लगाई गई जुर्माना की करीब 72 लाख रुपए की राशि एकत्रित कर ली गई। जुर्माना राशि यदा करने पर बुधवार को 8 साल बाद लाडनूं के रताऊ गांव निवासी गोविंद भाकर को सऊदी अरब की जेल से रिहा कर दिया गया।

भाकर की लंबे समय बाद वतन-वापसी पर गांव में दिवाली सा माहौल है। बुजुर्ग पिता मोहन राम, पत्नी-बच्चो सहित मुहिम से जुड़े हजारों लोगों में खुशियां की लहर दौड़ पड़ी। गोविंद अगले दो दिन में अपने गांव रताऊ लौटेंगे।

गोविंद को इसलिए 8 साल जेल में बिताने पड़े

रताऊ गांव निवासी गोविंद भाकर पुत्र मोहनराम भाकर 8 साल पहले 2011 में कमाने के लिए सऊदी अरब गया था। वहां ड्राइवर के रूप में काम कर रहा था। करीब छह माह बाद ही उसकी गाड़ी वहां दुर्घटनाग्रस्त हो गई और उससे एक व्यक्ति की मौत हो गई। जिस गाड़ी से यह हादसा हुआ, वह उसकी कम्पनी की थी। कम्पनी ने उसका बीमा नहीं करवाया था, इस कारण उस पर सऊदी अदालत ने 4 लाख सऊदी रियाल का जुर्माना लगा दिया। 4 लाख रियाल (सऊदी मुद्रा) यानि 72 लाख रुपए भारतीय मुद्रा का जुर्माना चुकाना था। उसकी कम्पनी ने अपने ड्राइवर को बचाने के लिए प्रयास करने के बजाय सारा दोष उसके सिर पर मढ़ दिया। जब तक इंश्योरेंस क्लेम की राशि का पूरा चुकाया नहीं कर देते तब तक उन्हें जेल में रहना था।

सोसिअल मीडिया की मुहिम के बाद सऊदी अरब दूतावास से बात भी की। बताया गया कि पूरा जुर्माना जमा कराने पर ही गोविंद को जेल से रिहा किया जा सकता है। ऐसे में गोविंद की वतन-वापसी के लिए रताऊ एवं समूची तहसील के युवा वर्ग ही नहीं प्रदेशभर के लोगों ने जुर्माना राशि के 72 लाख जुटाने के लिए मदद को सोशल मीडिया पर मुहिम शुरू की। रताऊ में उसके पिता मोहनराम भाकर के नाम से बैंक में खाता खुलवा कर रुपए जमा करवाने शुरू कर किए।

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फोटो -सऊदी अरब की जेल से रिहा हाेने के बाद गाेविंद भाकर।

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