आजकल राजस्थान / नागौर.
नागौर शहर के डीडवाना रोड स्थित नर्सिंग कॉलेज की छात्रा की मौत के मामले ने तूल पकड़ लिया है।कॉलेज छात्रावास में शुक्रवार रात को नर्सिंग प्रथम वर्ष की छात्रा बिन्दु चौधरी की मौत मामले में परिजन एवं पुलिस अपनी-अपनी बात पर अड़े हुए हैं, जिसके चलते तीसरे दिन की दोपहर तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया। छात्रा के परिजनों के समर्थन में सैकड़ों लोग अस्पताल JLN Hospital Nagaur परिसर में डेरा जमाए हुए हैं और धीरे-धीरे लोगों की संख्या बढ़ रही है, वहीं पुलिस प्रशासन ने भी आसपास के थानों सहित लाइन से अतिरिक्त जाब्ता मौके पर तैनात किया है।
रविवार को अस्पताल में धरना स्थल पर नागौर विधायक मोहनराम चौधरी भी पहुंचे तथा लोगों को संबोधित कर बातचीत से इस मसले का हल निकालने की बात कही।
उन्होंने कहा कि पुलिस व प्रशासन से इस सम्बन्ध में बात की जाए कि वे कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं। सूचना मिली है कि सांसद हनुमान बेनीवाल दोपहर छात्रा के परिजनों से मिलने अस्पताल पहुंच सकते हैं। परिजनों से बातचीत के बाद ही आगे का निर्णय लिया जाएगा। परिजनों की मांग है कि छात्रा की मौत के दोषी लोगों को गिरफ्तार किया जाए, उसके बाद ही शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा, जबकि पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि शुक्रवार रात को छात्रा की संदिग्ध मौत होने के बाद परिजनों ने कॉलेज प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाते हुए शनिवार सुबह शव उठाने से इनकार कर दिया था। दिनभर विरोध प्रदर्शन के बावजूद बात नहीं बनी तो रविवार सुबह वापस एकत्र होने का निर्णय लिया गया। उधर, मामले की गंभीरता देखते हुए एवं परिजनों की मांग पर पुलिस अधिकारियों ने कॉलेज निदेशक पुखराज व धर्मेन्द्र सहित अन्य के खिलाफ षडय़ंत्र रचकर छात्रा की हत्या करने व हत्या के बाद सबूत मिटाने का मामला दर्ज कर लिया था। अब परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
परिजनों की मांगें
खींवसर तहसील क्षेत्र के माडपुरा निवासी मृतक छात्रा बिन्दु के पिता विरेन्द्र पुत्र किसनाराम जाट ने कलक्टर के नाम सौंपे मांग पत्र में कॉलेज संचालक व प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाते हुए पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। इसमें प्रमुख मांगें निम्न हैं –
छात्रा की मौत मामले में लिप्त सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए।
शव का पोस्टमार्टम मेडिकल कॉलेज के अनुभवी चिकित्सकों का बोर्ड गठित करके करवाया जाए। पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी करवाई जाए।
छात्रा बिन्दु के मोबाइल फोन का डाटा डिलीट करने सम्बन्धी उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए।
पुलिस एवं परिजनों के पहुंचने से पहले छात्रा का शव अस्पताल लाना एवं पुलिस का सीधे अस्पताल पहुंचना संदेहास्पद है, पूरे मामले की जांच हो।
नर्सिंग कॉलेज के खिलाफ पूर्व में सामने आई शिकायतों एवं मामलों को देखते हुए मान्यता रद्द की जाए।