आजकल राजस्थान / अजमेर।
अजमेर में घनघोर घटाएं गुरुवार को कहर बनकर बरसी। झमाझम बारिश ने समूचे शहर को जलमग्न कर दिया। बाहरी इलाकों और निचली बस्तियों में गलियों और कई घरों में पानी घुस गया। कई इलाके तो बरसात और पानी के चलते टापू बन गए। इससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।
छोटी नागफनी लक्ष्मी मोहल्ला में सुबह पहाड़ी क्षेत्र में निर्माणाधीन मकान की दीवार भरभराकर दूसरे मकान पर आ गिरी। पहाड़ी के मलबे के साथ गिरी दीवार से मकान धराशाही हो गया। मलबे में अब्दुल हमीद, उसकी पत्नी, विवाहिता बेटी और नाती दब गए। हमीद की पत्नी जुमिया को जिन्दा बाहर निकाल लिया गया, जबकि हमीद समेत उसकी बेटी रूबी और ढाई साल के मासूम नाती अयान की मौत हो गई।
एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की मदद से 4 घंटे की बड़ी मशक्कत के बाद इनके शव मलबे से निकाले जा सके। गंज थाना पुलिस ने शवों को मोर्चरी में रखवाया है।
पुलिस के अनुसार छोटी नागफनी गली नम्बर एक निवासी अब्दुल हमीद के मकान के ऊपर पहाड़ी पर मीनारा पत्नी पिन्टू के मकान का निर्माण चल रहा था। बारिश के पानी से कमजोर हुई मीनारा के मकान की दीवारें पहाड़ी के मलबे के साथ अब्दुल हमीद के मकान पर आ गिरी।
मलबे में हमीद के दो कमरे का मकान धराशाही हो गया। हादसे में अब्दुल हमीद (55) पुत्र अब्दुल हसन, पत्नी जुमिया, बेटी रूबी (22) पत्नी जमील व रूबी का ढाई साल का बेटा अयान पुत्र जमील मलबे में दब गया।
हादसे के बाद लोगों ने जुमिया को बाहर निकाल लिया, लेकिन हमीद, रूबी और अयान मलबे में दब गए। सूचना पर एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। बचाव कार्य के दौरान पहाड़ी से मलबा गिरने से दल को मशक्कत करनी पड़ी। स्थानीय लोगों की मदद से चार घंटे बचाव एवं राहत कार्य चला। दोपहर 3 बजे हमीद, अयान व रूबी का शव मलबे से निकाला जा सका।