आजकल राजस्थान / कोटा.
खान विभाग में बुधवार काे चाैंकाने वाला वाक्या सामने आया है। कोटा में खान विभाग में कार्यरत लिपिक लेखराज मीणा ने 38 साल तक फर्जी मार्कशीट से नाैकरी कर ली और बुधवार काे उनके रिटायरमेंट पार्टी की तैयारी चल ही रही थी। इस बीच, अचानक खान मंत्री का फैक्स मिला, जिसमें फर्जी मार्कशीट के आधार पर नाैकरी करने का उल्लेख करते हुए मीणा पर कार्रवाई करने की बात लिखी हुई थी।
साथ ही कोटा एमई को निर्देशित किया गया है कि कर्मचारी आज ही रिटायर होने जा रहा है, इसलिए आवश्यक कार्रवाई समयानुसार की जाए।लेखराज 1981 से विभाग में नाैकरी कर रहे हैं और समय-समय पर प्रमोशन और अन्य परिलाभ भी लेते रहे।
सूत्रों ने बताया कि कुछ समय पहले ही खान मंत्री को लेखराज के बारे में शिकायत मिली थी। इसमें कहा गया था कि उसकी हायर सेकंडरी की मार्कशीट फर्जी है।
इस पर मंत्री के ऑफिस से 23 जुलाई को मध्यप्रदेश के माध्यमिक शिक्षा मंडल को मार्कशीट की सत्यता की जांच के लिए लिखा गया। वहां से 26 जुलाई को जवाब आया कि उक्त मार्कशीट फर्जी है।मंडल के रिकॉर्ड के अनुसार असल मार्कशीट में लिपिक लेखराज मीणा की जन्म तिथि 1 जून 1949 है, जबकि फर्जी मार्कशीट में 12 जुलाई, 1959 है। साथ ही नाम व पिता के नाम व फोंटो भी बदले हुए हैं।
लिपिक के सभी परिलाभ रोकने के आदेश जारी
जैसे ही मंत्री के यहां से फैक्स आया तो ऑफिस में हड़कंप मच गया। लेखराज के रिटायरमेंट की पार्टी होनी थी, वह धरी रह गई। थोड़ी ही देर में वह भूमिगत भी हो गया।
अब इस मामले में विभागीय स्तर पर कार्रवाई के साथ आरोपी कार्मिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी चल रही है। उसके सारे परिलाभ रोकने के आदेश भी जारी किए गए हैं।