सीकर बंद को देखते हुए इंटरनेट बंद करवाए, अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात,
अब थानाप्रभारी महावीर राठौड़ की जगह एएसपी देवेंद्र शर्मा करेंगे तफ्तीश
आजकल राजस्थान/ सीकर जिले के धोद में नागवां गांव में दुल्हन के अपहरण के मामले में अब आरोपी अंकित के पक्ष में जाट समुदाय गुरुवार को सड़कों पर उतरा। सीकर जिले के बाजार अनिश्चितकाल के लिए बंद करने का आह्वान किया गया। कलेक्टर एसपी ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन शुरु हो गया। इसमें सबसे अहम मांग थी कि अपहरण के इस केस में जांच अधिकारी बदला जाए। इसके चलते सरकार ने चुनाव को नजदीक देखते हुए जातीय विरोध को शांत करने के लिए तत्काल केस का जांच अधिकारी बदलने का निर्णय लिया। केस का अनुसंधान सीकर के एडिशनल एसपी देवेंद्र शर्मा को सौंप दिया गया।
इस दुल्हन अपहरण केस में मुख्य आरोपी सहित सात जने गिरफ्तार, घटना के तीसरे दिन देहरादून से बरामद हुई दुल्हन
इससे पहले अपहृत युवती की देहरादून से बरामदगी और आरोपी अंकित व उसके साथियों की गिरफ्तारी के बाद केस की जांच पुलिस इंस्पेक्टर महावीर सिंह राठौड़ को सौंपी गई थी। इसके बाद जाट समुदाय के लोगों ने केस की तफ्तीश पर सवाल खड़े कर दिए थे। आरोप लगाया कि केस की तफ्तीश एक तरफा की जा रही है। आरोपी अंकित को जबरन फंसाया जा रहा है।
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बरामद लड़की के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान नहीं करवाए गए। इसी के चलते जाट समाज से जुड़े संगठनों ने गुरुवार को सीकर बंद का आह्वान किया था। साथ ही, सुबह 9 बजे बाजार में इकट्ठा होने का आह्वान किया। जाट समाज के बंद के आह्वान को देखते हुए पुलिस और जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क था। ऐसे में पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई।
बरामद लड़की के मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान नहीं करवाए गए। इसी के चलते जाट समाज से जुड़े संगठनों ने गुरुवार को सीकर बंद का आह्वान किया था। साथ ही, सुबह 9 बजे बाजार में इकट्ठा होने का आह्वान किया। जाट समाज के बंद के आह्वान को देखते हुए पुलिस और जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क था। ऐसे में पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई।
इस बीच सरकार की दखल के बाद गुरुवार को आईजी एस. सेंगाथिर ने अपहरण केस की जांच थानाप्रभारी महावीर सिंह राठौड़ से बदलकर एएसपी देवेंद्र शर्मा को सौंपी। इसके बाद जाट समुदाय का प्रदर्शन खत्म हो गया। हालांकि, बाजारों में दुकानें बंद रही। जाट संगठनों की अन्य मांगों पर भी विचार किया जा रहा है। साथ ही, केस की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया गया है।
पछली खबरों में अपने पढ़ है कि 17 अप्रैल की रात नागवां गांव की रहने वाली हंसा कंवर और उसकी बड़ी बहन की शादी हुई थी। दोनों बहनें मायके से विदाई के बाद एक इनोवा कार में अपने पति के साथ ससुराल जा रही थी। इस दौरान देर रात ढाई बजे रामबक्सपुरा स्टैंड के पास बोलेरो व पिकअप में सवार अंकित और उसके साथियों ने इनोवा को रुकवाया।
लाठी, डंडों से गाड़ी में तोड़फोड़ की। मारपीट की और फिर दुल्हन हंसा कंवर का अपहरण कर ले गए। इसके बाद राजपूत समाज के नेता सीकर की सड़कों पर उतर गए थे। वहां तीन दिन तक कलेक्टर ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन चला। तब पुलिस ने अपहृत दुल्हन हंसा कंवर और दो आरोपियों को देहरादून से पकड़ा और सीकर ले आए थे।