आजकलराजस्थान / अजीतगढ़
ग्राम झाड़ली में भारत पाक युद्ध 1965 में शहीद हुए बिशन सिंह के नाम पर गांव की सरकारी स्कूल का नामकरण करने के लिए शिक्षा निदेशक बीकानेर को संयुक्त शासन सचिव ने निर्देशित किया है।
गांव के लोगों को लाडले के नाम पर 54 साल बाद स्कूल के नामकरण से काफी खुशी व्यक्त की है।
जानकारी मुताबिक भारत-पाक युद्ध 1965 के दौरान बिशनसिंह 14 सितम्बर 1965 को शहीद हुए थे।शहीद परिजनों और ग्रामीणों ने अनेक बार बिशन सिंह की शहादत को जीवित रखने के लिए सरकारी स्कूल का नामकरण शहीद बिशनसिंह के नाम से रखने की मांग सरकार,जनप्रतिनिधियों से कर चुके है।
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के निर्देश पर संयुक्त शासन सचिव हरजी लाल अटल ने बीकानेर शिक्षा निदेशक को निर्देशित करते हुए झाड़ली स्थित राजकीय प्राथमिक स्कूल को शहीद बिशन सिंह राजकीय प्राथमिक स्कूल करने का पत्र जारी किया है।
ग्रामीणों को शहीद बिशनसिंह जे नाम पर सरकारी स्कूल के नामकरण की सूचना लगते ही खुशी छा गई तथा दूसरे ही पल बिशनसिंह के 54 साल की शहादत पर याद करते हुए लोगों की आंखे नम भी हो गई। एक दिन गांव के लिए अभियान के तहत शहीद वंदन कार्यक्रम से जुड़े लोगों के नेतृत्व में ग्रामीणों ने विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत से मांग की है कि शहीदों के परिवारों को संबल प्रदान करने के शहीद के समस्त पैकेज और अन्य सेवाओं को तत्काल मुहैया करवाने के लिए जिला स्तर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर के मॉनिटरिंग में एक कमेटी का गठन किया जाए। जो शहीद के परिजनों को शहीद पैकेज समेत अन्य आवश्यक कार्यों को कम समय में सुचारू, उपलब्ध करवाने के लिए निरंतर कार्य करें , ताकि शहीद के परिजनों को संबल मिल सके।
उल्लेखनीय है कि शहीद के परिवारों को शहीद पैकेज सहित अनेक सुविधाओं के लिए कई दशकों तक दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते हैं । जिससे शहीद का परिवार एक और जहां अपने लाडले को खोने के दु:ख से व्यथित रहता है वहीं सरकारी तंत्र से काफी परेशान हो जाता है।