सीकर. जिले में पशुपालन करने वाले किसानों के लिए खुशखबर है। पशुपालकों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने के लिए ग्रामीण इलाकों में चिकित्सा सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड ) और प्रदेश सरकार के सहयोग से 19 नए पशु चिकित्सा अस्पताल बनवाए जाएंगे। इसके तहत सीकर जिले में ग्यारह पशु चिकित्सा अस्पताल और आठ पशु चिकित्सा उप स्वास्थ्य केन्द्रों का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए नाबार्ड के जरिए पशुपालन विभाग को पांच करोड़ पांच करोड़ 15 लाख रुपए की वित्तीय सहायता दी गई है। गौरतलब है कि नाबार्ड ने यह राशि रूरल इंफ्रा स्ट्रक्चर डवलपमेंट फंड के तहत जारी की है। 95 प्रतिशत नाबार्ड और 5 प्रतिशत राज्य सरकार देगीनाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक जिला विकास एमएल मीना के अनुसार ग्रामीण विकास कार्यों को बढ़ावा देने के लिए नाबार्ड की ओर प्रदेश सरकारों को कृषि एवं सिंचाई, ग्रामीण सड़क, शिक्षा, स्वास्थय, पेयजल सहित विभिन्न 37 लाभकारी गतिविधियों दी जाती है। रुरल इनफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट फ़ंड के तहत कृषि और पशु चिकित्सा सेवाओं के विकास के लिए लगने वाली कुल राशि 95 प्रतिशत नाबार्ड और शेष पांच प्रतिशत राशि का प्रदेश सरकार की ओर से वहन किया जाएगा। अस्पताल और उप स्वास्थ्य केन्द्रसीकर जिले में 11 पशु चिकित्सा अस्पतालों का निर्माण किया जाएगा। इसमें नया बास, ढ़ाढण, भैरुपुरा, अभयपुरा, कुदाली, गुहाला नरसिंघपुरी, लामिया, जिलो, रायपुर पाटन, प्रीतमपुरी और रैवासा ग्राम में किया जाएगा। एक पशु चिकित्सा अस्पताल के निर्माण की औसत राशि 35 लाख 90 हज़ार रुपए आंकी गई है। आठ पशु चिकित्सा उप स्वास्थ्य केन्द्र केंद्र बनाए जाएंगे। इसमें कारंगा छोटा, मरडाटू बड़ी, करड़का, गोरधनपुरा, गोकुल का बास, हरिपुरा, राजपुरा- नीम का थाना और गढ़भोपजी ग्राम में किया जाएगा। एक पशु चिकित्सा उप स्वास्थ्य केन्द्र की निर्माण लागत 18 लाख 90 हज़ार रुपए आंकी गई है। विकास के प्रयास किए जा रहे हैंनाबार्ड की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में मानव एवं पशु स्वास्थ्य सेवाओं के विकास के प्रयास किए जा रहे हैं। यह योजना संयुक्त राष्ट्र संघ के सतत विकास लक्ष्यों के अनुसार है। इससे सभी के अच्छे स्वास्थ्य और कल्याण को सुनिश्चित किया जा सके। सीकर जिले में इसी के तहत पांच करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं। एमएल मीना, जिला विकास प्रबंधक, नाबार्ड
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