आजकल राजस्थान जोधपुर,
राज्य सरकार के सख्त निर्देशों के बावजूद भी खुले बोरवेल में गिरकर बच्चों की मौतें जारी हैं आए दिन इस तरह की खबरें आती रही हैं।ताज़ा मामले में राजस्थान के जोधपुर जिले में मेलाना गांव में 13 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी चार साल की बच्ची सीमा को नहीं बचाया जा सका है। सीमा का शव मंगलवार सुबह बाहर निकाला गया। वह सोमवार की शाम 350 फीट गहरे बोरवेल में गिर गई थी।
एंबुलेंस की सहायता से बच्ची को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही थी। पुलिस, सिविल डिफेंस व एसडीआरएफ की टीम ने सोमवार की शाम रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया था। जब केबल के सहारे बोरवेल कैमरा उतारा गया तो पता चला कि वह 130 फीट पर फंसी थी। शाम सात बजकर 30 मिनट तक बाेरवेल के समानांतर खुदाई शुरू की गई थी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक रात आठ बजे तक उसके रोने की आवाज सुनाई दे रही थी। लेकिन रात 11 बजे तक वह 230 फीटी की गहराई तक चली गई। वह धीरे-धीरे नीचे की ओर खिसकती जा रही थी। रात 2 बजे तक कैमरे में पानी दिखा, पर सीमा नजर नहीं आई। सुबह रेस्क्यू टीम ने बोरवेल से उसका शव बाहर निकाला।
बच्ची के दादा का कहना है कि खेत के बोरवेल का पंप खराब हो गया था। जिसके चलते उसे बाहर निकालकर वायरिंग का काम किया जा रहा था। तब वह आसपास ही खेल रही थी। उसे एक चींटी ने काट लिया, जिसके बाद वह अपने दादा के पास आई।
इस दौरान वह पीछे की ओर जाने लगी और घास में उसका पैर धंस गया। जिसके बाद वो बोरवेल में गिर गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस व बावड़ी एसडीएम मौके पर पहुंचे। साथ ही रात तक एडीएम द्वितीय महिपाल कुमार, भोपालगढ़ विधायक पुखराज गर्ग व ओसियां विधायक दिव्या मदेरणा भी पहुंचे