आजकल राजस्थान / अलवर,
न्यायालय भी अपने अधीनस्थ न्यायालय की आकस्मिक जांच करते हो ऐसा कम ही देखने को मिलता है। राजस्थान के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एस रविंद्र भट्ट मंगलवार सुबह 11 बजे आम आदमी की तरह अलवर में कचहरी परिसर पहुंचे और काेर्ट रूम में बैंच पर बैठकर कार्यवाही देखी। उनके साथ रजिस्ट्रार जनरल सतीश कुमार शर्मा व पीपीएस राजेंद्र टुटेजा भी थे, लेकिन जस्टिस भट्ट ने पहचान उजागर नहीं हाेने दी।वे कार काे भी कचहरी परिसर के बाहर खड़ी कर बिना सुरक्षाकर्मी के काेर्टमें पहुंचे।उन्हाेंने एसीडी कोर्ट, एडीजे कोर्ट व मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में बैंच पर बैठकर कार्रवाई देखी।
इस निरीक्षण का किसी भी न्यायिक अधिकारी को भनक तक नहीं लगी। एसपी परिस देशमुख ने कहा कि उनके पास भी चीफ जस्टिस के दाैरे की काेई आधिकारिक सूचना नहीं थी।निरीक्षण के दाैरान जिला जज मनोज कुमार व्यास की नजर चीफ जस्टिस पर पड़ी ताे वे उन्हें पहचान गए और सम्मान देने के लिए कुर्सी से खड़े हुए। इस पर चीफ जस्टिस ने कहा-आप अपना काम करते रहिए।
बाद में अधिवक्ताओं का एक शिष्टमंडल डीजे कोर्ट पहुंचा और मुख्य न्यायाधीश से मुलाकात कर वकीलों की समस्याएं बताई और जिला बार के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया।