आजकल राजस्थान / जयपुर।
मानसून की इंतजार कर रहे प्रदेशवासियों को इन दिनों सूर्य भगवान के रौद्र रूप का सामना करना पड़ रहा है।प्रदेश में भीषण गर्मी का दौर जारी है और आसमान से बरसती आग से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। प्रदेश में सोमवार को दिन में धौलपुर का तापमान 51 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। यहां पिछले 24 साल में यह सबसे गर्म दिन रहा है। इस रिकॉर्ड तोड़ गर्मी और लू से सिर्फ धौलपुर ही नहीं, राजस्थान के अन्य जिलों में भी दिन में कफ्र्यू जैसे हालात हो गए हैं। एक दिन पहले रविवार को प्रदेश में श्रीगंगानगर सबसे गर्म रहा था। यहां दिन में तापमान 48.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। धौलपुर की तरह चूरू में भी भीषण गर्मी और लू के थपड़ों से सामान्य जनजीवन बाधित रहा। यहां दिन का अधिकतम तापमान 50.3 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया।
एक बार फिर तेज हुई गर्मी में सोमवार को राजधानी का तापमान 46.3 डिग्री पर पहुंच गया। 10 जून को पारे ने बीते चार साल का रिकॉर्ड तोड़ कर सीजन का सबसे गर्म दिन बना दिया है। वहीं रात में गर्म हवा के चलते 33.6 डिग्री पर पारा पहुंच गया। राजस्थान में बीते दस दिनों में चूरू तीसरी बार सोमवार को 50 डिग्री को पार कर 50.3 डिग्री पर जा पहुंचा। इसके अलावा श्रीगंगानगर 48.5, बीकानेर 47.4 और कोटा 47.3 डिग्री पर पहुंच गया। मौसम विभाग ने राजस्थान के कई हिस्सों में लू चलने और प्रचंड लू चलने की चेतावनी दी है।लू के थपेड़ों-गर्मी से आने लगे चक्कर
हालांकि अभी मानसून में आने में करीब 20 दिन बाकी है। गर्मी के कारण धरती भट्टी जैसी तप रही है और हवा के थपेड़ों ने लोगों को बेहाल कर दिया है। लू के थपेड़ों के कारण तो कई लोगों को चक्कर आने की शिकायत होने लगी है। इसके अलावा कूलरों में पानी कुछ ही घंटों में खाली हो रहा है। दिनभर लोग गर्मी के तेवर को कोसते रहे। हालांकि रात होते—होते आसमान में काल बादल दिखाई देने लगे।
प्रदेश के 11 जिलों में भीषण लू के आसार
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में प्रदेश के 11 जिलों में भीषण लू चलेगी। अधिकतम तापमान में लगातार बढ़ोतरी ने अंचलवासियों के पसीने छुड़ा दिए। सीकर में सोमवार सुबह छह बजे हवा में नमी महज नौ फीसदी दर्ज की गई। सूरज के तीखे तेवर के कारण दोपहर में सिर चकराने लगे। तेज धूप में एक मिनट भी खड़े रहना भी मुश्किल हो गया। गर्मी का असर देर रात तक बना रहा।जितनी गर्मी, उतनी अच्छी बरसात
भले ही गर्मी के कारण आमजन बेहाल हो गया हो, लेकिन बुजुर्ग किसानों की माने तो तेज गर्मी अच्छी बरसात का संकेत है। इस बार मई के दूसरे पखवाडे़ और जून की शुरूआत की तेज गर्मी रही है। करीब एक माह तक लगातार तेज गर्मी के कारण जुताई वाले खेतों की जमीन में कीट पतंगे नष्ट हो चुके हैं। जिससे खरीफ सीजन में फसलें रोगमुक्त रहेगी। साथ ही किसानों को बेहतर उत्पादन मिलने की उम्मीद है।
हाल-ए-गर्मी
-चूरू 50.3-श्रीगंगानगर 48.5-बीकानेर 47.4-कोटा 47.3-जयपुर 46.3-जैसलमेर 45.5-अजमेर 45.3-बाड़मेर 45.1