आजकल राजस्थान /सीकर।
राजस्थान के शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने रीट प्रथम लेवल के लगभग आठ हज़ार टीचर को बड़ी राहत दी हैं। मंत्री डोटासरा के निर्देश पर काउंसलिंग का कैलेंडर जारी हो गया है। अब सभी जिलों में चार और पांच जुलाई को काउन्सलिंग होगी। इसके बाद आठ जुलाई को नियुक्ति आदेश जारी होने है। इसमें 4599 वेटिंग सूची के और 7166 रिस्फल वाले टीचर शामिल है।
एजुकेशन मंत्री बनने के बाद गोविंद सिंह डोटासरा ने फस्र्ट लेवल की वेटिंग लिस्ट जारी कराई थी। इसके बाद बेरोजगारों को जिला आबंटन किया गया था। जल्दी प्रकिया पूरी होने से बेरोजगारों के चेहरे ख़ुशी से खिल उठे है। नए सत्र से पहले टीचर मिलने से स्टूडेंट को भी काफी फायदा मिलेगा। रिशफल जिलों में ज्वाइन वाले 7166 शिक्षकों को 23 जून तक मिलेगा ग्रीष्मावकाश। उनको 24 जून को डीईओ आफिस में उपस्थिति देनी होगी । इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी इन्हें आवश्कतानुसार ब्लाक में सीबीईओ कार्यालय में भेजेंगे। सीबीईओ इन्हें आवश्यकता की स्कूल में भेज सकेंगे। इसके बाद ये शिक्षक 24 जून से तीन जुलाई तक ये नामांकन आदि कार्य करेंगे।
रीट प्रथम लेवल के बेरोजगारों का नौकरी का सपना कांग्रेस राज में पूरा हुआ है। रीट प्रथम लेवल की भर्ती बीजेपी की सरकार के समय कोर्ट में अटक गई थी। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने के बाद रीट प्रथम लेवल भर्ती की राह खुली। मुख्य सूची के चयनितों को फरवरी माह में नियुक्ति मिली थी।
सरकारी स्कूलों का परिणाम कमजोर रहा तो गिरी गाज
राजस्थान के बोर्ड परीक्षा परिणाम में पिछडऩे को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। कम परिणाम रहने पर सरकारी स्कूलों के एक दर्जन व्याख्याताओं, सात प्रिंसीपल व प्रधानाचार्यों पर कार्रवाई की गाज गिरी है। शिक्षा मंत्री ने उनक तबादला करते हुए जिले से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इनमें शेखावाटी के एक (चूरू) के व्याख्याता पर भी गाज गिरी है। गौरतलब है कि हाल ही में जारी बोर्ड परीक्षा के परिणाम में कई सरकारी स्कूलों का परिणाम बहुत खराब रहा है। इनमें से कई स्कूलों का तो शून्य परिणाम रहा है। इसके बाद शिक्षा मंत्री ने इनके खिलाफ कार्रवाई के संकेत दिए थे। बुधवार को जारी आदेशों में शून्य परिणाम वाले एक दर्जन व्याख्याताओं व सात प्राचार्यों का तबादला कर दिया है। इनमें विज्ञान, गणित व अंग्रेजी विषय के व्याख्याता शामिल हैं। शून्य परिणाम के चलते कार्रवाई की जद में शेखावाटी अंचल के एक व्याख्याता भी हैं। इनमें चूरू के बीदासर तहसील के राजकीय सीनियर स्कूल कातर बड़ी के गणित के व्याख्याता रेवतराम का तबादला करके बाड़मेर के चौहटन तहसील में किया गया है।
सरकार सरकारी स्कूलों के परीक्षा परिणाम व शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर गंभीर है। काम नहीं करने वाले व खराब परिणाम देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इसके साथ ही अच्छा परिणाम देने वाले शिक्षकों व स्कूलों को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित भी किया जाएगा।
-गोविंदसिंह डोटासरा,
शिक्षा राज्य मंत्री, राजस्थान