आजकलरा जस्थान / जोधपुर
किसानों के लिए एक अच्छी खबर है। जिले के ओसियां, भोपालगढ़, बिलाड़ा व मंडोर पंचायत समिति में पिछले आठ साल से कुआं खोदने की बाध्यता भारत सरकार ने हटा दी है। इसी के साथ अब किसान ना केवल कुआं या ट्यूबवेल खोद सकेंगे बल्कि इसके आधार पर इनको पिछले आठ सालों से लंबित पड़े कृषि बिजली कनेक्शन भी मिल सकेंगे। जोधपुर में ऐसे करीब 10 हजार बिजली कनेक्शन हैं, जो कुआं खोदने की पाबंदी के कारण डिस्कॉम ने जारी नहीं किए थे ।
गौरतलब है कि कुआं खोदने की पाबंदी के कारण डिस्कॉम प्रशासन ने कृृषि बिजली कनेेक्शन जारी करने के लिए आवेदन लेने की प्रक्रिया 4 साल पहले ही बंद कर दी थी। अब इन आवेदनों का निस्तारण के साथ ही किसान नए कृषि कनेक्शन के लिए भी आवेदन कर सकेंगे। इसको लेकर भारत सरकार द्वारा 12 दिसंबर 2018 को अधिसूचना जारी कर कृषि को देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताते हुए कृषि सिंचाई के लिए भूजल उपयोग की छूट के प्रावधान किए थे। इस अधिसूचना के अनुसार 1 जून से ये भूजल उपयोग की गाइडलाइन लागू मानी जाएगी। ऐसे में अब कृषि सिंचाई के लिए कुआं बनाने व उस पर कृषि कनेक्शन लेने के लिए किसानों को किसी भी औपचारिक अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी।
भारतीय किसान संघ जोधपुर के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष रामनारायण जांगू ने बताया कि अब कहीं भी कुआं खोदने व कृषि कनेक्शन के लिए किसी औपचारिक अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी।
भारतीय किसान संघ ने किया स्वागत
भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधियों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री व पाली सांसद पीपी चौधरी से मिलकर केंद्र सरकार की भूजल का कृषि सिंचाई के लिए छूट के संबंध में जारी अधिसूचना के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष मानकराम परिहार व आंदोलन प्रमुख तुलछाराम सिंवर ने जिला प्रशासन से डिस्काम को इस सम्बंध में आवश्यक निर्देश जारी करने की मांग की है। ओसियां, भाेपालगढ़, बिलाड़ा और मंडाेर में 8 साल से थी रोक 12 दिसंबर 2018 काे जारी अधिसूचना 1 जून से हो गई लागू