आजकल राजस्थान / भीलवाड़ा।
तांत्रिक लोग भोले भाले आदिवासियों व ग्रामीणों को बरगला कर उनसे रुपये ऐंठ रहे हैं और पुलिस व अस्पताल प्रशासन नींद में
अस्पताल में अंधविश्वास का खेल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। महात्मा गांधी चिकित्सालय में गुरुवार दिनभर ग्रामीण क्षेत्रों से आए लोग ढोल-नगाड़ों के साथ कथित रूप से भटकती आत्मा ले जाने के टोने-टोटके करने लगे। यह नजारा पुलिस चौकी से सामने चलता रहा। एक नहीं, बल्कि एक ही दिन में अंधविश्वास के इस टोटके के लिए चार परिवार अलग-अलग पहुंचे। पिछले दिनों भी अस्पताल में यही नजारा दिखा।
बड़ी संख्या में महिला-पुरुष अस्पताल परिसर के बाहर दीपक जलाकर काफी देर तक वहीं तंत्र-मंत्र करते रहे। उन्होंने बाल्टी में भी आग लगा ली। जो भी वहां आ रहा था, उसके लिए यह कौतूहल बन गया। बाहर पूजा-अर्चना करने व दीपक जलाने के बाद परिवार के कुछ लोग वार्ड में भी गए वहां लोटे से पानी छिड़कते हुए बाहर आ गए। एक व्यक्ति ने बताया कि हमारे परिवार के सदस्य की अस्पताल में मौत हो गई थी। उसके बाद से पूरा परिवार किसी न किसी कारण परेशान रहता है। एक बाबा ने बताया कि उसकी आत्मा यहां भटक रही है, इसलिए आत्मा को लेने आए हैं।
किसी ने नहीं रोका-टोका
एक ही दिन में चार घटनाओं के बावजूद अस्पताल प्रशासन ने इनको रोका-टोका तक नहीं। अस्पताल के गार्ड भी इन लोगों को रोकने से डरते दिखे। अस्पताल के मुख्य द्वार के सामने ही चौकी में बैठे पुलिसकर्मी भी यह नजारा देखते रहे।
करेंगे पाबन्द
गांवों में टोने-टोटके करने वालों ने धंधा बना रखा है। बेवजह लोगों से आत्मा के बहाने पैसे ऐंठते हैं। हम इन्हें रोकने के सारे प्रयास करते हैं। ये लोग समूह में आते हैं, जिन्हें रोक पाना अकेले गार्ड के वश में नहीं होता। सभी को पाबन्द करेंगे कि अस्पताल किसी तरह का टोना-टोटका नहीं हो।डॉ. एसपी आगीवाल, अधीक्षक, महात्मा गांधी चिकित्सालय