आजकलराजस्थान / जयपुर।
राजस्थान के शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के विधानसभा बजट सत्र में दिया बयान वाइरल हो रहा है। शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के मुगलकाल में हुए युद्धों को सत्ता का संघर्ष बताने पर सियासत गरमा गई है। पूर्व शिक्षा मंत्री व विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि मुगल आक्रांताओं से संघर्ष करने वाले देशभक्त वीरों के इतिहास को स्वीकारना ही नहीं, पढ़ाना भी होगा।
देवनानी ने कहा कि भारत के जिन वीर सपूतों ने मुगलों-अंग्रेजों के साथ संघर्ष किया और प्राणों की आहुति तक दे दी, उन्हें भुला नहीं सकते। मुगल आक्रमणकारियों ने हमारे देश, शिक्षा, धर्म-संस्कृति को भी तहस-नहस करने के प्रयास किए थे।
पाठ्यक्रम को लेकर घेराबंदी: शिक्षा मंत्री डोटासरा बोले- मुगलकाल में युद्ध धार्मिक नहीं, सत्ता संघर्ष थे
वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस पर इतिहास का भी तुष्टिकरण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता व सुधार पर ध्यान देने की बजाय केवल संघ और राष्ट्रीय विचारधारा को नीचा दिखाने में ही सारी ताकत झोंक दी है।
शिक्षा राज्यमंत्री का वो बयान जो उनके समर्थक प्रसंसा व विपक्षी गलत बता रहे
शिक्षा राज्य मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने विधानसभा में शुक्रवार को कहा था कि मुगलकाल में हुए युद्धों को भारतीय जनता पार्टी हिन्दू-मुस्लिम लड़ाई बताती है। वे धर्म आधारित युद्ध नहीं बल्कि सत्ता संघर्ष थे। उन्होंने उद्दाहरण देकर बताया कि अकबर का सेनापति हिन्दु जबकिमहाराणा प्रताप का सेनापति मुस्लिम था।इसी तरह उन्होंने कई युद्धों को बताया। वहीं उन्होंने भाजपा पर आरएसएस के संगठन विद्याभारती के विचारों को किताबों में थोपकर बच्चों का जहन बिगाडऩे का आरोप लगाया था।
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तबादलों में राजनैतिक द्वेष का आरोप
वासुदेव देवनानी ने कांग्रेस सरकार पर राजनीतिक द्वेष के चलते केवल आर.एस.एस. या राष्ट्रवादी विचारधारा जुड़े शिक्षकों व र्कािर्मकों के दूर-दराज स्थानान्तरण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार उन्हें प्रताड़ित करने के लिए स्थानान्तरण पर कोर्ट के स्टे के बावजूद ज्वाइन नहीं करवा रही है।