आजकल राजस्थान / जयपुर।
प्रदेश के किसानों के लिए केन्द्र सरकार से खुश खबर आई है। राज्य के 15 लाख से अधिक किसानों के खाते में अगले दो तीन दिनों में पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojna) के तहत सहायता राशि की पहली दो हजार रुपए की किश्त आ जाएगी। यह राशि किसान के खाते में आएगी।
रजिस्ट्रार सहकारिता और पीएम किसान योजना के स्टेट नोडल अधिकारी डॉ नीरज के.पवन ने बताया कि योजना के लिए राज्य के अब तक 38 लाख से अधिक किसान इस योजना के लिए आवेदन कर चुके हैं, इनमें से 15 लाख 20 हजार 233 किसानों को योजना के लिए पात्र मानते हुए केन्द्र सरकार अगले दो दिन दिन में इनके खातों में डीबीटी स्कीम के तहत राशि डाल देगी।
डॉ नीरज के पवन ने बताया है कि कुल आवेदनों में से अभी तक केन्द्र ने 15 लाख 20 हजार 233 किसानों को ही पात्र मानते हुए इन्हें योजना का लाभ दिए जाने की सहमति दे दी है। इन सभी किसानों के आवेदनों को केन्द्रीय पोर्टल पर अपलोड भी कर दिया गया है।
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस शासित राज्यों ने इस योजना को लेकर कई तरह के आरोप प्रत्यारोप का दौर भी चला था। वहीं केन्द्र सरकार ने भी यह आरोप लगाए थे कि कुछ राज्यों ने किसानों की सूची ही केन्द्र को नहीं भेजी है।
खास बात यह है कि पिछले साल केन्द्र की मोदी सरकार ने देश के किसानों को सहायता पहुंचाने के लिए पीएम किसान सम्मान निधि नाम से योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत पहले दो हेक्टेयर तक की भूमि वाले लघु और सीमान्त किसानों को ही योजना के लिए पात्र माना गया था। हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में सभी किसानों को इसका लाभ देने की बात कही थी।
अब सभी किसानों को मिलेगा फायदा । केन्द्र में फिर से भाजपा सरकार बनने के बाद सरकार ने योजना को विस्तृत कर दिया है। अब कोई भी किसान इस योजना के लिए आवेदन कर सकता है। येाजना के स्टेट नोडल अधिकारी डॉ नीरज के.पवन ने बताया कि 6 जून से एसएमएफ पोर्टल खोला जा चुका है। इस पोर्टल पर सभी पात्र किसानों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
इस तरह करें आवेदन
किसान संबंधित नजदीकी ई-मित्र केन्द्र पर जाकर पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। योजना के राजस्थान के स्टेट नोडल अधिकारी डॉ नीरज के.पवन ने बताया कि राज्य से इस योजना के लिए अबतक 38 लाख 10 हजार 80 किसान आवेदन कर चुके हैं। जिन किसानों ने आवेदन के दौरान बैंक खाता नम्बर, आईएफएससी कोड आदि जानकारी गलत अपलोड कर दी थी, ऐसे किसान अब ई-मित्र केन्द्र पर जाकर गलतियों को दुरस्त करवा सकते हैं ताकि उन्हें योजना के तहत राशि का भुगतान मिल सके।