जयपुर. बुधवार को जयपुर पुलिस ने बिजली विभाग में स्क्रैप के दोदाम में करोड़ों की हेराफेरी का खुलासा किया। जिसमें एक एईएन और गिरोह के सरगना समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जिनके पास से करीब 32 टन स्क्रैप बरामद किया गया है। इसके साथ 2 ट्रक, एक कार और 79 हजार रुपए भी जब्त किए गए हैं। बताया जा रहा है कि आरोपी जयपुर शहर में विभिन्न सरकार विभागों से स्क्रैप को निलामी से छुड़ाते थे। जिसमें वे कर्मचारियों से मिलीभगत कर माल की हेराफेरी कर सरकार को हानि पहुंचा रहे थे।पुलिक के अनुसार मामले की जानकारी मिलने पर एक स्पेशल टीम का गठन किया गया। जिसने अति. पुलिस आयुक्त प्रसन्न कुमार खमेसरा और जयपुर पश्चिम के उपायुक्त विकास शर्मा के निर्देशन में कार्रवाई करते हुए हीरापुरा पॉवर हाउस के स्क्रैप गोदा पर छापा मारा। जहां से एईएन समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया। मामले की जांच करने पर पता चला कि गिरोह का सरगना रामअवतार मीणा 2002 में एनबीसी का कर्मचारी था। कंपनी द्वारा निकाले जाने के बाद उसने स्क्रैप का काम शुरू किया।
रामअवतार हेराफेरी का काम करते हुए आज करोड़ों का मालिक है। जिसके पास 13 लग्जरी गाड़ियां भी है।कैसे करते थे हेराफेरीजांच में पता चला कि रामअवतार ने एक कंपनी बनाकर ऑक्शन में भाग लेना शुरू किया। वो मार्केट से ज्यादा कीमत पर बोली लगाकर माल खरीद लेता था। जिसके बाद कर्मचारियों से मिलीभगत कर एक ही नंबर की एएक जैसी 2 गाड़ियों से बिजली विभाग के गोदाम में स्क्रैप लेने पहुंचता था। जहां एक गाड़ी को गोदाम से स्क्रैप भरवाकर बिना वजन करवाए भेज दिया जाता था। तो वहीं दूसरी गाड़ी 6 से 7 टन स्क्रैप डालकर उसे नियमित स्थान पर खड़ा कर दिया जाता था। दूसरी गाड़ी का ही धर्मकांटे पर वजन करवाया जाता था। वहीं सरगना एईएन को अपनी गाड़ी में बैठाकर धर्मकांटा ले जाता था। वहीं पर वजन की रसीद लेकर उसे एईएन को रजिस्टर में भरने हेतू दे दी जाती थी। वहीं एईएन को सरगना अपनी ही गाड़ी से वापस बिजली विभाग छोड़ आता था।