भगवान का रूप माने जाने वाले डॉक्टर भी कभी कभी गम्भीर लापरवाही कर जाते हैं।इस ही एक मामला राजकीय जनाना चिकित्सालय में कुछ दिन पहले यहां सामने आया हैं, यहां प्रसव के लिए आई एक प्रसूता के प्रसव के बाद उसके शरीर में ही रू ई का गट्टा छोडक़र टांके लगा दिए गए। बेटे का जन्म होने के बाद प्रसूता व परिजन दो दिन बाद घर चले गए, लेकिन बाद में अगली रात भर प्रसूता दर्द से तड़पती रही और उसका मूत्र रुक गया। ऐसे में उनके पुत्र जन्म की खुशी काफूर हो गई और उसकी जान पर आ बनी। जब वह दर्द की शिकायत बढऩे लगी तो परिजन प्रसूता को लेकर फिर से चिकित्सालय पहुंचे तो टांके खोलकर रूई निकाली गई।
—–
क्या है मामला:
बिछड़ी निवासी प्रसूता भावना सेन को गत 22 जून (शनिवार)को जनाना चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया था। भावना के पति श्यामलाल सेन ने बताया कि अगले दिन सुबह नौ बजे सामान्य प्रसव हो गया। सोमवार शाम को डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके दो दिन बाद बुधवार रात्रि को पेट दर्द बढऩे लगा तो मूत्र रुक गया। ऐसे में तत्काल फिर से भावना को लेकर परिजन चिकित्सालय पहुंचे। यहां जब टांके खोले गए तो रूई का एक बड़ा गट्टा बाहर निकाला गया। इसके बाद फिर से टांके लगाए गए। इस स्थिति में उसे दो दिन फिर भर्ती रख डिस्चार्ज किया गया। —-
पहले भी हुए है कई वाकिये – कुछ दिनों पहले एक महिला रेजिडेंट चिकित्सक की ओर से प्रसूता को चांटा मारने व अभद्रता करने का मामला सामने आया था। – एक और मामला जो सोश्यल मीडिया पर खूब छाया रहा, जिसमें एक रेजिडेंट की ओर से प्रसूता को कैंची चुभाने व चांटा मारने का मामला भी सामने आया था। इसमें कलक्टर की मध्यस्थता के बाद रेजिडेंट को जनाना से हटा दिया गया।
—–
इस तरह की लापरवाही जिसके हाथों हुई हैं, वह गंभीर है। जल्द पूरे मामले की जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
डॉ मधुबाला चौहान, अधीक्षक जनाना हॉस्पिटल उदयपुर