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प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर विपक्ष का विरोध

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जयपुर।

राजस्थान में लोकसभा चुनावी सरगर्मियों के बीच सीकर और उदयपुर में दुल्हनों के किडनैप मामले और अलवर में गैंगरेप मामले की एक के बाद एक घटनाओं ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। अचानक सुर्ख़ियों में आये इन मामलों के बाद प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर गहलोत सरकार कटघरे में आ गई है। इधर, विरोधी पार्टी भाजपा भी अब इसे मुद्दा बनाते हुए सरकार को घेरने से चूकना नहीं चाह रही। भाजपा नेताओं ने इन लगातार हुई घटनाओं को आधार बनाते हुए सीएम गहलोत से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने तक की मांग कर डाली है।

‘दबाव’ के बीच गहलोत की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पुलिस थाना थानागाजी ज़िला अलवर में पंजीबद्ध घृणित सामूहिक दुष्कर्म के मामले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसमें लिप्त अपराधियों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा है कि पुलिस द्वारा किसी भी स्तर पर लापरवाही या अनियमितता पाई जाने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। महिला सुरक्षा के प्रति सरकार पूर्णतया प्रतिबद्ध है और इस ओर विशेष ध्यान देने के लिए सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।

उन्होंने कहा कि इस घटना में लिप्त अपराधियों को तत्काल गिरफ्तार करने के लिए करीब एक दर्जन दलों का गठन किया गया है एवं एक अभियुक्त को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। पीड़िता व उसके परिवार को सुरक्षा प्रदान की जा रही हैं।

… इधर पीडि़ता को सरकार की आर्थिक मदद 
राज्य सरकार ने थानागाजी गैंगरेप पीडि़ता को अनुसूचित जाति-जन जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) नियम-1989 नियम 1995 एवं यथा संशोधित नियम 2018 के नियम 12(4) के प्रावधानों के तहत 4 लाख 12 हजार 500 रूपए की अंतरिम सहायता राशि स्वीकृत की है। ग्रह विभाग के निर्देशानुसार पीडि़त परिवार को सुरक्षा प्रदान की गई है।

सीएम अशोक गहलोत इस्तीफा दें: सैनी 
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन लाल सैनी ने कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गृहमंत्री का जिम्मा संभाल रहे हैं, लेकिन थानागाजी में हुई घटना से यह साबित हो गया है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था समाप्त हो गई है। उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। अपराधियों में कोई डर नहीं रहा है। अपराधी सरेआम ऐसी विभत्स घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। घटना के 11 दिन बाद भी पुलिस, प्रशासन और सरकार की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह घटना निर्भया कांड से भी बड़ी है। इस घटना में जो कार्रवाई अपेक्षित थी, वह नहीं की गई।

सीएम गहलोत थानागाजी घटना पर दें वक्तव्य : कटारिया
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया ने अलवर के थानागाजी में सामूहिक दुष्कर्म की घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा कि सरकार और पुलिस की ओर से इतने गंभीर मसले को दबाया जाना कतई ठीक नहीं है। सीएम गहलोत जिनके पास गृह विभाग भी है, उनको अपना वक्तव्य देना चाहिए। उन्होने मुख्यमंत्री से इस मामले की जांच कर जो दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

अपराधियों के हौंसले पस्त करने के लिए सरकार संवेदनशील- सचिन पायलट
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अलवर के थानागाजी में युवती के साथ हुई घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि कांग्रेस सरकार महिलाओं के शोषण और अपराधियों के हौंसले पस्त करने के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है। पायलट ने कहा कि इस घटनाक्रम को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की गई है और समस्त आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी।

उन्होंने कहा कि इस संबंध में पुलिस तंत्र पूरी सजगता के साथ काम कर रहा है, जो अपराधी महिलाओं के प्रति अपराध का दुस्साहस करेंगे उन्हें कडी से कडी सजा दिलाना कांग्रेस सरकार सुनिश्चित करेगी। पायलट ने कहा कि पुलिस महानिरीक्षक की देखरेख में संपूर्ण घटनाक्रम की जांच की जा रही है। जिसकी निगरानी पुलिस महानिदेशक स्वयं कर रहे हैं और शीघ्र ही सभी अपराधी सलाखों के पीछे होंगे।


एसपी राजीव पचार एपीओ, एसएचओ निलंबित
अलवर के थानागाजी में दो सामूहिक बलात्कार के मामले सामने आने और पुलिस कार्रवाई में लापरवाही को लेकर सरकार ने सख्ती दिखाते हुए मंगलवार शाम अधीक्षक राजीव पचार को एपीओ कर दिया है। वहीं, इससे पहले एक गैंगरेप मामले में शिकायत आने के बाद भी दो दिन तक मामला दर्ज नहीं करने को लेकर पुलिस महानिदेशक ने थानाधिकारी सरदार सिंह को निलंबित कर दिया है। प्रदेश में चर्चित हुई दोनों घटनाओं के बाद पुलिस ने वीडियो वायरल मामले में एक आरोपी इंद्राज गुर्जर और दूसरे मामले में मुख्य आरोपी कैलाश मीणा को गिरफ्तार कर लिया है। बचे हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए 14 टीमें गठित की गई है।

… और मिली कामयाबी, आरोपी चढ़े हत्थे 
उदयपुर से अपहृत दुल्हन को दस्तयाब करने में आखिरकार पुलिस को सफलता मिल गई। दुल्हन को जयपुर के सिंधी कैम्प इलाके से पुलिस ने दस्तयाब किया है। उसके साथ उसके प्रेमी और अन्य पांच सहयोगियों को पुलिस ने गिरफ्त में लिया है। दुल्हन, उसके प्रेमी और अन्य साथियों को देर रात पुलिस जयपुर से पकड़ कर उदयपुर के लिए रवाना हुई। गौरतलब है कि आरोपियों ने दुल्हन का उसके पति की मौजूदगी में अपहरण किया था और फरार हो गए थे।

इससे पहले मंगलवार को राजस्थान पुलिस डीजीपी कपिल गर्ग ने इस मामले का पटाक्षेप करने और आरोपियों को जल्द पकड़ने का दावा किया था। पुलिस ने बताया था कि इस मामले में पुलिस को कई अहम् सुराग हाथ लगे हैं और जल्द ही दुल्हन को दस्तयाब कर लिया जाएगा। इससे पहले सीकर में भी ठीक इसी तरह की घटना हो चुकी है जिसमें दुल्हन को बदमाश उठाकर ले गए थे। तब भी पुलिस ने पांच दिन बाद दुल्हन को दस्तयाब कर लिया था।

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