आजकल राजस्थान / अलवर।
अलवर जिले के थानागाजी में पति के सामने एक विवाहिता से गैंगरेप करने के मामले में जांच रिपोर्ट मिलने के बाद राजस्थान सरकार ने शुक्रवार को थानागाजी के थानाप्रभारी रहे पुलिस इंस्पेक्टर सरदार सिंह के खिलाफ एसटी एससी एक्ट व अन्य धाराओं मेंमुकदमा दर्ज करने व 16 सीसी की चार्जशीट देनेके निर्देश दिए है।इसके अलावा सात दोषी पुलिसकर्मियों को हटाने तथा उपाधीक्षक जगमोहन शर्मा का जिले से बाहर ट्रांसफर व चार्जशीटदेने केनिर्देश दिए है। एसपी व एएसपी से स्पष्टीकरण मांगा गया है।थानागाजी गैंगरेप प्रकरण में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठे थे। तब इनखामियों के संबंध में राज्य सरकार द्वाराजयपुर के संभागीय आयुक्त के.सी.वर्मा तथा महानिदेशक पुलिस द्वारा पुलिस मुख्यालय के डीआईजी(सतर्कता) जोस मोहन से जांच करवाई गई। जांच रिपोर्ट मिलने के बादराज्य सरकार ने जांच निष्कर्षके आधार पर दोषी पुलिस अधिकारियों के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये है।मामले में अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह, राजीव स्वरूप ने डीजीपी को थानागाजी पुलिस स्टेशन के थानाधिकारी सरदार सिंह के विरुद्ध मामला दर्ज कर कार्यवाही करने के साथ ही अन्य पुलिसकर्मियों के विरुद्ध कार्यवाही करने के निर्देश जारी किए हैं। थानाधिकारी सरदार सिंह के विरुद्ध आईपीसी की धारा 166 ए(सी) और सेक्शन 4(1)/(2)(बी) तथा अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निरोधक) अधिनियम, 1989 के तहत मामला दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।इसके अलावा उपाधीक्षकएवं अलवर के वृत्ताधिकारी (ग्रामीण) जगमोहन शर्मा को जिले से बाहर स्थानांतरित करने के लिए कहा गया है। उप निरीक्षक बाबूलाल, एएसआई रूपनारायण, कांस्टेबल महेश(249), घनश्याम सिंह(678), बृजेंद्र(1810), राजेंद्र(439) और राम रतन(840) का स्थानान्तरण जयपुर रेंज के बाहर स्थानान्तरित करने के लिए कहा गया हैं। इसके अतिरिक्त घटनाक्रम के समय मौजूद थाने के शेष बचे स्टाफ को थानागाजी पुलिस स्टेशन से बदलने के लिए कहा गया है।डीएसपीजगमोहन शर्मा, पुलिस निरीक्षक सरदार सिंह और कांस्टेबल महेश के विरुद्ध 16 सीसीए की चार्जशीट देने के निर्देश दिए है। साथ ही उप निरीक्षक बाबूलाल, एएसआई रूप नारायण, कांस्टेबल घनश्याम सिंह, बृजेंद्र, राजेंद्र और राम रतन के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करने के लिए कहा है। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक डाॅ. राजीव पचार एवं एएसपी चिरंजीलाल मीना को नोटिस देकरस्पष्टीकरण मांगा गया है।