अलवर. अलवर जिले के किशनगढ़बास क्षेत्र के गांव चोरबसई में शनिवार सुबह छप्पर में लगी गई जिससे हाथ-पैर से लाचार 85 वर्षीय वृद्धा जिंदा जल गई। हादसे के वक्त परिवार के लोग घर में नहीं थे। घर में आग लगने की सूचना पर लौटकर देखा तब उसकी मौत का पता चला। इसके बाद कानूनी कार्रवाई के डर से परिजनों ने पुलिस या प्रशासन तक को कोई सूचना नहीं दी। गांव चोरबसई के सरपंच विजय और ग्रामीणों ने बताया कि शनिवार को करीब सुबह 10 बजे सुभान खां के कच्चे छप्पर में अचानक आग लग गई। छप्पर के अंदर हाथ-पैर से लाचार 85 वर्षीय वृद्ध महिला रहमानी लेटी हुई थी।
उसका पति सुभान खां पड़ोस में कहीं गया हुआ था। जबकि बेटी रमजाना रावका-बिदरका गांव गई हुई थी। आग लगने पर वृद्धा उठकर बाहर नहीं आ सकी। ग्रामीणों ने छप्पर में आग लगी देख सुभान खां को सूचना दी। बड़ी संख्या में ग्रामीण भी एकत्र हो गए, लेकिन तेज हवा के कारण कुछ ही मिनटों में छप्पर आग का गोला बन गया। सुभान पहुंचा तो पता चला कि छप्पर में वृद्धा थी, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। तेज लपटों में घुसने की कोई हिम्मत नहीं जुटा पाया। लोगों ने घरों से पानी लाकर आग बुझाने का प्रयास किया। पुलिस या प्रशासन को सूचना नहीं देने से दमकल भी नहीं पहुंच सकी। थानाधिकारी मोहन सिंह ने बताया कि चोरबसई में आग की हुई घटना की कोई सूचना नहीं मिली।
छप्पर में आग लगने से अंदर सो रही 85 वर्षीय लाचार वृद्धा की जिंदा जलकर हो गई दर्दनाक मौत
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